(सिटी तहलका से सुधीर जाखड़ की रिपोर्ट) हरियाणा में धर्मक्षेत्र के नाम से मशहूर कुरुक्षेत्र जहां महाभारत की लड़ाई हुई थी, तब रण में दो पक्ष आमने-सामने थे, लेकिन इस बार धर्मक्षेत्र में वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव (चुनावी महाभारत) में यहां मुकाबला त्रिकोणीय होने वाला है। जहां एक तरफ कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के गठबंधन उम्मीदवार सुशील गुप्ता चुनावी रण में भाजपा प्रत्याशी के सामने नजर आएंगे। वहीं कुरुक्षेत्र की चुनावी महाभारत को त्रिकोणीय बनाने के लिए तीसरा मुख्य योद्धा भी सामने आ चुका है।
माना जा रहा है कि कुरुक्षेत्र की सीट से तीसरे मुख्य योद्धा के रूप में इनेलो सुप्रीमो एवं हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के पोते और पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला के बेटे अर्जुन चौटाला अपनी भूमिका निभा सकते हैं। गौरतलब है कि कुरुक्षेत्र के सियासी रण में जातीय समीकरण साध पाए तो अर्जुन चौटाला चक्रव्यूह को भेद सकते हैं। बता दें कि जहां लोकसभा चुनाव 2024 के लिए कुरुक्षेत्र तैयार है, वहीं तीसरे योद्धा के रूप में अर्जुन चौटाला भी अपना लक्ष्य साधने में जुट सकते हैं। इनेलो पार्टी उन्हें कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से अपने उम्मीदवार के रूप में उतार सकती है।

माना जा रहा है कि अर्जुन चौटाला के लिए यह दूसरी अग्निपरीक्षा के रूप चुनौती बन सकती है। वह इससे पहले वर्ष 2019 में भी इनेलो की टिकट पर अपना भाग्य आजमा चुके हैं। बता दें कि कुरुक्षेत्र की धरती महाभारत की लड़ाई के लिए विश्व विख्यात है। यहां महाभारत का युद्ध अपनों के बीच हुआ था, लेकिन यह लड़ाई देश की सबसे बड़ी पंचायत लोकसभा में पहुंचने का चुनावी रण है।

सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर यह है कि कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से अर्जुन चौटाला चुनाव लड़ सकते हैं। इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी की तरफ से अर्जुन चौटाला को लोकसभा उम्मीदवार बनाया जा सकता है। ऐसे में अर्जुन चौटाला अब कांग्रेस-आम आदमी पार्टी गठबंधन और भाजपा के बीच दीवार का काम कर सकते हैं। इस बार कुरुक्षेत्र लोकसभा सीटा पर कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है। ऐसे में कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट पूर्ण रूप से हॉट सीट बनती नजर आ रही है।

कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा की तरफ से प्रदेशाध्यक्ष नायब सैनी ही इस सीट से लोकसभा प्रत्याशी हो सकते हैं। पार्टी की तरफ से लिस्ट में उनका नाम सबसे उपर रखा गया है। हालांकि प्रत्याशी के नाम पर मोहर लगाने का फैसला अभी केंद्रीय नेतृत्व के हाथ में है। नायब सैनी का नाम पार्टी की तरफ से पैनल में भी भेजा गया है। वहीं कांग्रेस-आप गठबंधन की तरफ से आम आदमी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सुशील गुप्ता मैदान में उतारे जा रहे हैं। ऐसे में इनेलो की तरफ से अर्जुन चौटाला का नाम सामने आने के बाद यह कहा जा सकता है कि कुरुक्षेत्र लोकसभा अबकी बार पूरे तौर पर हॉट सीट बनती नजर आ रही है। यहां एक कड़ा मुकाबला देखने के लिए मिलेगा।

बता दें कि इस लोकसभा क्षेत्र से चुनाव का नतीजा हार-जीत से कहीं आगे जाएगा। अर्जुन इस सीट पर चौटाला परिवार की चौथी पीढ़ी के वंशज, पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला और इनेलो प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला के छोटे बेटे हैं। 32 वर्षीय अर्जुन चौटाला को इनेलो पार्टी ने पिछले लोकसभा चुनाव में भी कुरुक्षेत्र सीट से चुनावी मैदान में उतारा था। इसके अलावा अर्जुन चौटाला इनेलो के यूथ विंग को भी संभाल रहे हैं।

उन्होंने कक्षा तीसरी से छठी तक देहरादून, 7वीं से 12वीं तक अपनी पढ़ाई शिमला के बिशप कॉटन स्कूल में की है। इसके बाद उन्होंने यूएस के लॉस एंजेल्स में एडमिशन लिया, लेकिन अपने दादा ओमप्रकाश चौटाला के जेल जाने के बाद वह पढ़ाई बीच में ही छोड़कर भारत वापस लौट आए थे। इसके बाद अर्जुन ने अमेटी यूनिवर्सिटी के नोएडा कैंपस में एलएलबी में दाखिला लिया, लेकिन उन्होंने 3 सेमेस्टर के पास वहां से भी पढ़ाई छोड़ दी। इसके पीछे वह पारिवारिक कृषि क्षेत्र व लोकल राजनीति को इसका एक कारण बताते हैं।

गौरतलब है कि अर्जुन सिंह चौटाला का विवाह यमुनानगर के पूर्व विधायक दिलबाग सिंह की बेटी के साथ हुआ है। अर्जुन सिंह चौटाला जाट है और उनका रिश्ता जट सिख परिवार में इनेलो के पूर्व विधायक दिलबाग सिंह की बेटी के साथ हुआ है। इस चुनाव में यदि जाट और जट सिख मतदाता एक होकर मतदान करेंगे तो इस बार अर्जुन सिंह चौटाला को इसका लाभ मिल सकता है।

इसके साथ ही वह कांग्रेस-आप गठबंधन और भाजपा प्रत्याशी की मुश्किलें बढ़ा सकते हैं। वहीं अर्जुन चौटाला को राजनीति विरासत में मिली है। इससे पहले उनके परदादा स्वर्गीय देवीलाल, दादा ओमप्रकाश चौटाला, पिता अभय सिंह चौटाला हरियाणा की राजनीति में सक्रिय रहे हैं।
