हरियाणा में आवारा पशु ना सिर्फ राह चलते लोगों के लिए परेशानी का एक सबब है बल्कि किसानों की फसल भी बर्बाद हो रही है। यमुनानगर शहर में आवारा पशु सड़क के बीचो-बीच हादसों को न्योता दे रहे हैं।
यमुनानगर शहर में आवारा पशुओं की तादाद में लगातार इजाफा हो रहा है। आवारा पशुओं की वजह से ना सिर्फ हादसे हो रहे हैं बल्कि किसानों की फसल भी बर्बाद हो रही है। यमुनानगर शहर की सड़कों पर आवारा पशुओं की तादाद अच्छी खासी है कोई आवारा पशु सड़क के बीचों बीच घूम रहा है तो कोई फुटपाथ पर बैठा है। ऐसे में वाहन चालकों को बड़ी ही सावधानी से गुजरना पड़ता है। चाय की रेहडी लगाने वाले सतपाल ने बताया कि आवारा पशु की वजह से मेरा काम काफी प्रभावित हो रहा है।

आवारा पशुओं को पकड़ने की नगर निगम की मुहिम जारी
आसपास के आवारा पशु यहां घूमते हैं। आपस में वह लड़ते हुए एक दिन मेरी रेहडी पर जा गिरे जिससे मेरी रेहडी को काफी नुकसान हुआ। मेरी टांग को भी चोट लगी और उनसे फैलने वाली गंदगी से भी आसपास के दुकानदार काफी परेशान है। जब इस बाबत यमुनानगर के मेयर मदन चौहान से बात की तो उन्होंने कहा कि आवारा पशुओं को पकड़ने की नगर निगम की मुहिम जारी है और इसे 10 से 15 दिन के भीतर और तेज किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि जिले में 170 आवारा पशु है और हम हर पशु के 30 रुपये रोजाना दे रहे हैं। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या 10 से 15 दिन के भीतर 170 पशुओं को नगर निगम पकड़ पाएगा। अगर पकड़ता भी है तो सवाल यह भी उठता है कि इससे पहले नगर निगम क्या सोया हुआ था