बहादुरगढ़ में रविवार को घटित हुई एक घटना में कुछ बदमाशों ने इंडियन नेशनल लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी पर हमला किया। यह हमला बहादुरगढ़ के बराही फाटक के पास हुआ। कुछ लोग एक कार में आए और नफे सिंह राठी और उनके सुरक्षाकर्मियों पर गोलियां चला दीं।
बता दें कि हमले में राठी और तीन सुरक्षाकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना को अंजाम देने के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए। घायलों को ब्रह्मशक्ति संजीवनी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। पुलिस तत्काल मौके पर पहुंच गई और जांच शुरू की। मौके से गोलियों के खाली खोल और अन्य सबूत इकट्ठा किए जा रहे हैं। पुलिस हमलावरों की तलाश में जुटी है। हमलावरों के पथ का पता लगाने और घटना के बाद की गतिविधियों की जांच के लिए इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी चेक की जा रही है। नफे सिंह राठी खुद बहादुरगढ़ से इंडियन नेशनल लोकदल के विधायक हैं।
बताया जा रहा है कि इससे पहले भी नफे सिंह राठी पर कुछ आरोप लगे थे। पिछले साल उनके भांजे ने आत्महत्या कर ली थी, जिसके बाद राठी पर उसके परिवार द्वारा आरोप लगाए गए थे। मामले में हाईकोर्ट ने राठी को नोटिस जारी किया था। जांच के दौरान मृतक के परिवार ने राठी के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि राठी उनके गवाहों को डरा धमका रहे थे।
पूर्व विधायक एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष भी
प्रदेशाध्यक्ष की जिम्मेदारी बहादुरगढ़ के पूर्व विधायक नफे सिंह राठी को दी गई थी। इससे पहले बीरबल दास ढालिया प्रदेशाध्यक्ष थे। नफे सिंह राठी हरियाणा विधानसभा में दो बार विधायक रह चुके हैं और हरियाणा की पूर्व विधायक एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष भी हैं। राठी एक बार लोकसभा चुनाव में भी रोहतक सीट से चुनाव लड़ चुके हैं। इतना ही नहीं नफे सिंह राठी दो बार बहादुरगढ़ नगर परिषद के चेयरमैन भी रह चुके हैं और कुश्ती संघ (भारतीय सैली) के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं।
आत्महत्या केस में हाईकोर्ट ने भेजा था नोटिस
भूतपूर्व मंत्री मांगेराम राठी के पुत्र जगदीश नंबरदार की आत्महत्या के मामले में आरोपित पूर्व विधायक एवं इनेलो प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी को हाईकोर्ट द्वारा नोटिस भेजा गया था। मामले में मृतक जगदीश नंबरदार के भाई सतीश नंबरदार और पुत्र गौरव राठी ने नफे सिंह की जमानत रद्द करने की याचिका दायत की थी। वहीं 24 जनवरी को नफे सिंह को अग्रिम जमानत मिली थी। जिसके बाद जगदीश नंबरदार के भाई ने आरोप लगाए थे कि नफे सिंह द्वारा उनके गवाहों को डराया-धमकाया जा रहा हैं और सुरक्षा की मांग की गई थी।