भिवानी: जिला स्वास्थ्य विभाग ने बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण के खतरे को देखते हुए लोगों को अलर्ट किया है। सिविल सर्जन रघुवीर ने जानकारी दी कि त्योहारी सीजन और फसल कटाई के दौरान प्रदूषण का स्तर खतरनाक हो जाता है, जिससे श्वास संबंधी रोगों का खतरा बढ़ जाता है।
उन्होंने कहा कि दीपावली के दौरान घरों से निकलने वाले कचरे को जलाने और फसल कटाई के बाद पराली जलाने से प्रदूषण में वृद्धि होती है। इससे सांस लेने में कठिनाई, आंखों में जलन और अन्य श्वास रोग उत्पन्न हो सकते हैं। सिविल सर्जन ने अपील की कि लोग कचरे को जलाने के बजाय उसका उचित प्रबंधन करें और पटाखों से बचें, ताकि पर्यावरण और स्वास्थ्य दोनों की रक्षा हो सके।
उन्होंने कहा, “खुद के स्वास्थ्य के साथ-साथ पर्यावरण का ख्याल रखना भी हमारी जिम्मेदारी है। कचरा जलाने से निकलने वाले धुएं में 250 से अधिक हानिकारक तत्व होते हैं जो हमारे स्वास्थ्य को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकते हैं।” स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए डॉक्टर से सलाह लें और प्रदूषण कम करने में योगदान दें।