रक्तदान से बढ़कर कोई पुण्य का काम नहीं होता है। आपात स्थिति में जब अपने रक्त से किसी की जिंदगी बचती है तो उस व्यक्ति की कई पीढियों के भावात्मक आशीर्वाद का पुण्य रक्तदाता को मिलता है। हमें जन्मदिन पर रक्तदान जैसे महान कार्य की मुहिम को अपनाना होगा। इससे आने वाली पीढियों को भी एक अच्छा संदेश मिलता है। यह बात रक्तवीर Manish Verma ने वंशिका फाउंडेशन द्वारा मंगलवार को आयोजित रक्तदान शिविर में कही।
शिविर में बतौर मुख्यातिथि शतकवीर रक्तदाता राजेश डुडेजा ने शिरकत की व रक्तदान कर शिविर का शुभारंभ किया। शिविर में 34 युवा रक्तदाताओं ने रक्तदान किया। इस मौके पर रक्तवीर राजेश डुडेजा ने कहा कि रक्त का दुनिया में कोई विकल्प नहीं है। मानव शरीर का रक्त ही दूसरों में खून की कमी को पूरा कर किसी का जीवन बचा सकता है इसीलिए कहा जाता है कि रक्तदान से बढ़कर जीवन में कोई दूसरा मानव धर्म नहीं है।
रक्तदान शिविर के आयोजन होने चाहिए
इस मौके पर Manish Verma रक्तदाताओं से कहा कि रक्तदान करने वाला व्यक्ति सिर्फ एक जान नहीं बचाता, बल्कि उससे जुड़े अनेक व्यक्तियों की जिंदगी में खुशी भरता है। कुछ लोगों में भ्रांतियां है कि रक्तदान करने से शरीर में कमजोरी आती है, जो कि गलत है। रक्तदान से शारीरिक क्षमता बढ़ती है तथा शरीर विभिन्न रोगों से लड़ने में सक्षम बनता है।
इसके अलावा रक्तदान हृदय संबंधी बीमारियों का भी नाशक होता है। रक्तवीर Manish Verma ने कहा कि इस तरह के आयोजन समय-समय पर होते रहने चाहिए, ताकि समाज में जरूरतमंद को रक्त समय पर मिल सके। रक्तदान शिविर में ब्लड बैंक इंचार्ज डा. मोनिका ने कहा कि जन्मदिन जैसे सुअवसर पर रक्तदान शिविर के आयोजन से बढ़कर पुण्य का कार्य ओर नहीं हो सकता। हमें नियमित तौर पर रक्तदान करते रहना चाहिए ।