Bhiwani के सरकारी स्कूल की 12वीं क्लास की पीड़ित छात्रा से दुष्कर्म करने के आरोपी पुलिस सब इंस्पेक्टर की गिरफ्तारी न होने के कारण तीन मार्च से शुरू हुआ जन न्याय मोर्चा का अनिश्चितकालीन धरना आज छठे दिन में प्रवेश कर गया। आज के धरने की अध्यक्षता महाबीर, भिक्षू और पुष्पा देवी ने संयुक्त रूप से की।
धरने को संबोधित करते हुए जन न्याय मोर्चा के पदाधिकारियों ने कहा कि यदि पीड़ित छात्रा के साथ अनैतिक कृत्य करने वाले आरोपी पुलिस सब इंस्पेक्टर को शीघ्र गिरफ्तार नहीं किया गया और पीड़ित छात्रा के सगे चाचा पर झूठे आरोप से संबंधित मुकदमा रद्द नहीं किया गया, तो यह आंदोलन और भी बड़ा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि होली के बाद पीड़ित छात्रा की मां और सगी चाची न्याय के लिए आमरण अनशन पर बैठेंगी।
पिछड़ा वर्ग नेता राजेंद्र तंवर, महिला नेत्री संतोष देशवाल और बिमला घनघस ने आरोप लगाया कि आरोपी के खिलाफ प्राथमिक रिपोर्ट दर्ज होने के 20 दिन बाद भी कोई कानूनी कार्यवाही नहीं हुई। उन्होंने कहा कि यह बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली सरकार की वास्तविक हकीकत है, जो अब जनता के सामने आ चुकी है।
आंदोलनकारियों ने जिला पुलिस प्रशासन पर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पुलिस ने आरोपी को पुलिस ड्यूटी से नहीं हटाया है और सब कुछ जानते हुए भी आरोपी को बचाने की कोशिश की जा रही है। साथ ही, पीड़ित परिवार के एक सदस्य पर झूठे आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज कर दिया गया, ताकि परिवार का मुंह बंद किया जा सके।
जन न्याय मोर्चा के सदस्य इस एकतरफा पुलिस कार्रवाई के खिलाफ उठ खड़े हुए हैं और उनका कहना है कि जब रक्षक ही भक्षक बन जाए, तो महिलाओं की इज्जत और सम्मान की रक्षा कौन करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि जन न्याय मोर्चा पीड़ित छात्रा और उसके परिवार के सम्मान के लिए लड़ाई जारी रखेगा।
धरने में शामिल लोगों में सतबीर उर्फ पप्पु, जगदीश, मूर्ति, रेनू, अनुराधा, बबली, राजबाला, सरोज, रचना, सुंदर सिंह और सुखदेव सहित दर्जनों महिलाएं और पुरुष शामिल थे।