Bhiwani में पूर्व राज्यसभा सदस्य और केंद्र सरकार की डिफेंस कमेटी के अध्यक्ष रहे लेफ्टिनेंट जनरल डीपी वत्स ने मंगलवार को एक महत्वपूर्ण बयान दिया, जिसमें उन्होंने अग्निवीर योजना को लेकर अपनी राय साझा की। उन्होंने कहा कि वर्तमान की जियो-पोलिटिकल स्थिति के मद्देनजर अब अग्निवीरों को सेना से बाहर जाने की आवश्यकता नहीं होगी।
अग्निवीर योजना की विस्तार से चर्चा
जनरल डीपी वत्स ने कहा कि अग्निवीरों के लिए 25 से 70 प्रतिशत तक सेना में सेवा जारी रखने का प्रावधान है। इसके अलावा, उन्होंने इजराइल का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां के बच्चे-बच्चे को सेना की ट्रेनिंग दी जाती है, तो भारत में भी अग्निवीर योजना के माध्यम से युवाओं को सैन्य प्रशिक्षण देना गलत नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि अग्निवीरों को बीएसएफ, सीआरपीएफ और आईटीबीपी में केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त किया जाएगा। हरियाणा राज्य में सरकारी नौकरियों में अग्निवीरों के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण भी दिया गया है। जनरल वत्स ने कहा कि भविष्य में पुलिस बलों में भी अग्निवीरों के लिए अवसर बनेंगे।
राजनीतिक जीवन पर भी विचार
राजनीति के संदर्भ में जनरल डीपी वत्स ने स्पष्ट किया कि वह अब चुनावी राजनीति से बाहर हैं। हालांकि, उन्होंने कहा कि यदि पार्टी उन्हें किसी अन्य कार्य में नियुक्त करती है, तो वह उसे निभाएंगे।
मल्टीपर्पज हॉल की आधारशिला
इस दौरान भिवानी के पुराने बस अड्डे स्थित ठाकुर बीर सिंह मेमोरियल पार्क में बीर सिंह मल्टीपर्पज हॉल की नींव रखी गई। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जनरल डीपी वत्स और विधायक घनश्याम सर्राफ ने भाग लिया। वहीं नगर परिषद की चेयरपर्सन भवानी प्रताप भी विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित थीं।
विधायक घनश्याम सर्राफ ने कहा कि स्वर्गीय ठाकुर बीर सिंह एक दृढ़ निश्चयी और स्वाभिमानी व्यक्ति थे। उन्होंने 1977 में चुनाव में बूथ एजेंट का कार्य किया और आपातकाल के दौरान जेल गए थे। विधायक ने इस अवसर पर मल्टीपर्पज हॉल के निर्माण के लिए आर्थिक और अन्य सहयोग देने का आश्वासन भी दिया।