राजनीतिक मामलों में चर्चा का केंद्र बन रहा हरियाणा(Haryana) का भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट कांग्रेस प्रत्याशी राव दान सिंह की हार के बाद हलचल में है। उन्होंने कांग्रेस MLA किरण(Kiran) चौधरी के समर्थकों के सिर ठीकरा फोड़ा, जिससे हंगामा मच गया। भिवानी क्षेत्र में राव दान सिंह ने समर्थकों के सामने अपने हार का दुख जताते हुए किरण चौधरी पर हमला किया। बैठक(Meeting) में समर्थकों को चुप कराते हुए नजर आए। उनके वक्तव्य के बाद हंगामा बढ़ गया और उसे नियंत्रित करने में प्रशासन को कठिनाई हुई।
बता दें कि दान सिंह के धन्यवादी दौरे के दौरान सीआर रिसॉर्ट में उनके समर्थकों और कार्यकर्ताओं के बीच इस घटना का मामला सामने आया। वहां पर देवराज महता को मंच पर बुलाया गया था, लेकिन उनके समर्थकों ने उनकी भाषण को विरोध किया और विवाद उत्पन्न हो गया। दान सिंह के अनुसार किरण चौधरी ने उनको नुकसान पहुंचाने के इरादे से वहां उनके समर्थकों को बुलाया और भितरघात किया। इससे कांग्रेस पार्टी को नुकसान हुआ, जिसकी शिकायत उन्होंने की। उन्होंने बताया कि उन्होंने किरण चौधरी से संपर्क करने का प्रयास किया था, लेकिन उनका फोन नहीं उठाया गया।
घटना न केवल राजनीतिक मामलों में उग्रता दर्शाती है बल्कि यह भी दिखाती है कि चुनावी माहौल में कितनी तनावपूर्ण माहौल हो सकता है। इसके साथ ही यह दर्शाता है कि राजनीति में विवादों और हंगामों का कितना बड़ा प्रभाव हो सकता है। यह विवाद सिर्फ दो राजनेताओं के बीच ही सीमित नहीं है, बल्कि इसका असर पार्टी के समर्थकों और कार्यकर्ताओं तक भी पहुंचा है। इससे पार्टी के भीतरी एकता और एक जुट होने की चुनौती पैदा होती है।
आम लोगों का विश्वास कमजोर
घटना से साफ होता है कि राजनीतिक दलों के नेताओं के बीच को-ऑर्डिनेशन की अभाव में घातक विवाद हो सकते हैं, जो पार्टी के हित को कमजोर कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त विवाद से पार्टी का जनमानस में भी कमी आ सकती है, जो आगामी चुनावों में उसके प्रति आम लोगों के विश्वास को कमजोर कर सकता है।