SDM मनोज दलाल ने विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर समाज के प्रबुद्ध नागरिकों से जल एवं पर्यावरण संरक्षण में सक्रिय योगदान देने की अपील की है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में बढ़ते प्रदूषण और जल संकट को देखते हुए हर नागरिक का यह कर्तव्य बनता है कि वह धरती को बचाने के लिए सजग और संकल्पित हो।
रासायनिक उर्वरकों से मिट्टी हो रही है बंजर
एसडीएम ने चिंता जताते हुए कहा कि रासायनिक उर्वरकों के अत्यधिक प्रयोग से भूमि की उर्वरता नष्ट हो रही है। साथ ही किसान के मित्र कहे जाने वाले कीट-पतंगे भी मर रहे हैं, जिससे खेती का संतुलन बिगड़ रहा है। उन्होंने किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने की सलाह दी ताकि भूमि को फिर से उपजाऊ बनाया जा सके।
पौधारोपण और जल संरक्षण को बताया आवश्यक
एसडीएम ने नागरिकों से अपील की कि वे अधिक से अधिक पौधे लगाएं और उनकी देखभाल करें। उन्होंने कहा कि जल एक अमूल्य संसाधन है, जिसे बर्बाद करने की बजाय संरक्षित किया जाना चाहिए। उन्होंने पेड़ों की अंधाधुंध कटाई पर रोक लगाने और वृक्षारोपण अभियान को गति देने का आह्वान किया।
संवेदनशील बनें पर्यावरण के प्रति
एसडीएम दलाल ने कहा, “विश्व पृथ्वी दिवस हमें याद दिलाता है कि यह धरती हमारी ज़िम्मेदारी है। हमें इसे स्वच्छ, हरा-भरा और प्रदूषणमुक्त बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाने होंगे।” उन्होंने वन्य जीवों और प्राकृतिक पारिस्थितिकी तंत्र के संरक्षण पर भी बल दिया।
संकल्प लेकर करें शुरुआत
उन्होंने कहा कि इस पृथ्वी दिवस पर सभी को संकल्प लेना चाहिए कि वे अपने स्तर पर जल और पर्यावरण संरक्षण में योगदान देंगे, ताकि आने वाली पीढ़ियों को एक सुरक्षित और स्वच्छ पर्यावरण मिल सके।