भिवानी पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। भाजपा सांसद धर्मबीर सिंह को अश्लील वीडियो कॉल करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। तीनों आरोपी नूंह मेवात के रहने वाले है। पुलिस ने आरोपितों से वारदात में प्रयुक्त फोन भी बरामद कर लिया हैं। उन्हें तीन दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। जिस दौरान इनका आपराधिक रिकॉर्ड भी खंगाला जा रहा हैं।
एसपी वरुण सिंगला ने बताया कि भाजपा सांसद की शिकायत पर मामले की जांच जारी की गई थी। अश्लील वीडियो कॉल करने वाले तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपियों के पास से 13 मोबाइल और 15 सिम कार्ड बरामद किए गए है। आरोपी लोगों को अश्लील वीडियो कॉल करके ब्लैकमेल करते थे। अब तक बदमाश 17 राज्यों के 250 लोगों के पास कॉल कर चुके थे।
ऐसे देते थे बदमाश वारदात को अंजाम
एसपी का कहना है कि बदमाश लोगो को अश्लील वीडियो कॉल कर ब्लैक मेल किया करते थे। तालीम नकली पुलिस वाला बन कर ब्लैकमेल करता था, आमिर ट्रक वाला है जो कि फर्जी सिम खरीद कर लाता था। सहज महोमद निवासी कुल्हावड लोगों के पास कॉल करता था। आरोपियो के पास से 13 मोबाइल और 15 सिम कार्ड बरामद किए गए है। आरोपी लोगों को अश्लील वीडियो कॉल करके ब्लैकमेल करते थे। अब तक बदमाश 17 राज्यों के 250 लोगों के पास कॉल कर चुके थे।
सांसद के व्हाट्सएप पर आई अश्लील वीडियो कॉल
हरियाणा भिवानी के महेंद्रगढ़ से भाजपा सांसद धर्मबीर सिंह के पास पहले व्हाट्सअप पर वीडियो कॉल आई, जब उन्होंने कॉल उठाई तो उस पर अश्लील वीडियो चलने लगा। इतना ही नहीं सामने वाले ने उनका स्क्रीन भी रिकॉर्ड कर लिया। यह घटना सांसद के साथ उस दौरान हुई, जब वह एक बैठक में भाग ले रहे थे। मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार भाजपा सांसद ने कॉल को काटकर तुरंत संज्ञान लेते हुए मामले की शिकायत स्थानीय साइबर क्राइम थाने में दी।
तीन दिन की रिमांड पर भेजे गए आरोपी
जिन्हें कोर्ट में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया है। वहीं, उनके तीसरे साथी की तलाश की जा रही है। प्राथमिक पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि उन्होंने रैंडमली नंबर मिलाते हुए सांसद के पास कॉल की थी और वे पहले भी इसी तरह वीडियो कॉल के माध्यम से लोगों को ब्लैकमेल करते रहे है।
कई लोगों को ब्लैकमेल करते हैं आरोपी
एसएचओ विकास ने बताया कि ये युवक लोगों को ब्लैकमेल करने के लिए किसी भी नंबर पर फोन कर देते हैं। इसके बाद वे अश्लील वीडियो चलाकर स्क्रीन रिकॉर्ड कर लेते हैं। ताकि सामने वाले को ब्लैकमेल कर पैसे लिया जा सकें। पुलिस उनके नेटवर्क के बारे में ओर अब तक वे कितने व्यक्तियों को इस तरह फंसा चुके हैं, उनका पता लगाया जा रहा है।