फरीदाबाद नगर निगम ने स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत शहर को साफ-सुथरा बनाए रखने के लिए कड़ा कदम उठाया है। अब कोई भी निजी सेफ्टी टैंकर यदि खुले नाले में सीवर का पानी डालता पाया गया, तो उस पर 5,000 रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा। साथ ही, खुले में शौच करने पर 200 रुपए का चालान काटा जाएगा।
यह सख्त कार्रवाई तब शुरू हुई जब नीलम चौक पर एक वीडियो सामने आया, जिसमें एक सेफ्टी टैंकर ड्राइवर को खुले नाले में सीवर का पानी डालते हुए देखा गया। नगर निगम कमिश्नर ए. मोना श्रीनिवास के निर्देश पर सफाई अभियान को और मजबूत किया गया है। स्वच्छ भारत मिशन की आईईसी एक्सपर्ट कल्पना सिंह मंडल ने साफ कहा कि जो भी शहर को गंदा करेगा और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाएगा, उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
मुख्य चौराहों पर दीवारों पर स्वच्छता संबंधी पेंटिंग्स बनाई जा रही हैं, ताकि लोगों में जागरूकता बढ़े।
निजी सेफ्टी टैंकरों को अब बादशाहपुर स्थित एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) में ही सीवर का पानी डालने की अनुमति होगी।
नगर निगम ने आम जनता से अपील की है कि वे सार्वजनिक स्थलों पर गंदगी न फैलाएं और स्वच्छता बनाए रखने में सहयोग करें। इस पहल के जरिए फरीदाबाद को स्वच्छ और सुंदर शहर बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है।