चंडीगढ़ में मेयर चुनाव में मंगलवार को हुई वोटिंग के बाद भाजपा अपना जीत का बिगुल बजाते हुए नजर आई, क्योंकि भाजपा ने मेयर चुनाव जीतकर मनोज सोनकर के सिर मेयर का सेहरा बांधा। भाजपा उम्मीदवार मनोज सोनकर ने आम आदमी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवार कुलदीप टीटा को हराते हुए 16 वोटों से जीत हासिल की। वहीं इंडिया गठबंधन उम्मीदवार कुलदीप टीटा को 12 वोट मिले, वहीं 8 वोट को इनवैलिड कर दिया गया।
बता दें कि मेयर चुनाव की काउंटिंग को लेकर सदन में जमकर हंगामा हुआ। आप और कांग्रेस पार्षदों ने हंगामा किया। आप और कांग्रेस पार्षद पीठासीन अधिकारी पर काउंटिंग को लेकर सवाल उठा रहे हैं। पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश के बाद आखिरकार आज चंडीगढ़ मेयर चुनाव कराया गया। चुनाव को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। चंडीगढ़ पुलिस की तरफ से हजार किलोमीटर के आस पास तक घेराबंदी की गई है, ताकि सभी कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और बीजेपी के समर्थकों के बीच में झड़प जैसा माहौल न पैदा हो। मेयर चुनाव के लिए एक घंटे का समय तय किया गया था। जिसमें चंडीगढ़ से सांसद किरण खेर ने मेयर चुनाव के लिए सबसे पहले मतदान किया। इसके साथ ही अब सभी पार्षद बारी-बारी से अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर रहे हैं।
नोटा का नहीं रखा कोई ऑप्शन
चंडीगढ़ मेयर चुनाव में नोटा का कोई ऑप्शन नहीं रखा गया था। वहीं चुनाव को लेकर मीडिया कर्मियों को भी नगर निगम की बिल्डिंग से 100 मीटर दूर रखा गया। बता दें कि वोटिंग के लिए कोर्ट ने सुबह 10 बजे का समय तय किया था, बावजूद इसके वोटिंग प्रक्रिया की शुरुआत देरी से हुई। बता दें कि 18 जनवरी को चंडीगढ़ मेयर चुनाव होने वाले थे, लेकिन प्रीसाइडिंग ऑफिसर के अचानक बीमार पड़ने के चलते चुनाव को टाल दिया गया था।
राष्ट्रगान के बाद शुरू हुई वोटिंग
पार्षदों के अलावा किसी अन्य व्यक्ति को चुनाव में हिस्सा नहीं लेने दिया गया। राष्ट्रगान के बाद जॉइंट कमिश्नर म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन और प्रीसाइडिंग ऑफिसर अनिल मसीह के अलावा सभी नॉमिनेट काउंसलर का नाम लेते हुए आगे की प्रक्रिया शुरू किया। जिसके बाद सभी पार्षद अपने पसंदीदा उम्मीदवार के नाम पर वोट डाले।
आप पूर्व ने कहा था बीजेपी की उल्टी गिनती शुरू
वहीं आम आदमी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष प्रेम गर्ग ने कहना था कि 30 जनवरी को बीजेपी की उल्टी गिनती शुरू होगी। उनका दावा था कि मेयर हमारा बनेगा और सीनियर डिप्टी मेयर, डिप्टी मेयर गठबंधन का होगा। उन्होंने कहा था कि भाजपा अपना मेयर बनाने की पुरजोर कोशिश में लगी हुई है, लेकिन आखिर में जीत सत्य की ही होगी। आम आदमी पार्टी ने चुनाव में जितने वादे किए थे, वह सब प्राथमिकता पर पूरे किए जाएंगे।
बीजेपी का कांग्रेस गठबंधन से हुआ सीधा मुकाबला
मेयर चुनाव में बीजेपी का कांग्रेस और आम आदमी पार्टी गठबंधन के साथ सीधा मुकाबला रहा। चंडीगढ़ नगर निगम के पार्षदों की संख्या 35 है, सांसद का एक वोट मिलाकर वोटों की कुल संख्या 36 हो जाती है। आंकड़ों के अनुसार अभी गठबंधन के पास बहुमत का आंकड़ा था, क्योंकि आम आदमीं पार्टी के 13 और कांग्रेस के 7 पार्षद थे, इस तरह से जीत सीधे तौर पर इंडिया गठबंधन की लग रही थी। मेयर पद के लिए बहुमत का आंकड़ा 19 है। वहीं बीजेपी के 14 पार्षद हैं, एक वोट सांसद किरण खेर का कुल मिलाकर 15 वोट थे। वहीं शिरोमणि अकाली दल के एक पार्षद ने नोटा के साथ रहने का फैसला किया। बीजेपी ने चुनाव जीतकर पूरा पासा ही पलट डाला।