हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन की ओर से कल जारी किए रिजल्ट का अब विरोध होना शुरु हो चुका है। ये विरोध 12 हजार पदों पर ग्रुप-सी के जारी किए रिजल्ट का हो रहा है। कुछ उम्मीदवारों ने रिजल्ट में भेदभाव किए जाने का आरोप लगाया है। उम्मीदवारों का आरोप है कि उनकी बात को सुना नहीं जा रहा है। इस वजह से उन्हें धरने पर बैठना पड़ रहा है। स्टाफ सिलेक्शन कमीशन ऑफिस के बाहर धरने पर बैठे उम्मीदवारों ने आरोप लगाया है कि उनके डॉक्यूमेंट की जांच के बिना वेरिफिकेशन किया गया। उनके विरोध जताने पर उन्हें आयोग की तरफ से सलाह दी गई है कि वह प्रार्थना पत्र लिख कर दे जाएं।
स्वेता ढुल ने बताया कि उम्मीदवारों के साथ कमीशन मनमाना व्यवहार कर रहा है जो गलत है। उन्होंने बताया कि रिजल्ट निकाला गया तो सभी उम्मीदवारों के डॉक्यूमेंट्स की जांच होनी चाहिए थी। यहां उम्मीदवारों ने आरोप लगाया कि उनके नंबर ज्यादा हैं। जब उन्होंने इसकी आयोग में शिकायत की तो देखा कि सिस्टम में उनके डॉक्यूमेंट अपलोड ही नहीं हैं।
वेबसाइट पर अपलोड नहीं हैं डाक्यूमेंट
उम्मीदवारों ने कमीशन के अधिकारियों की इस सलाह पर विरोध जताते हुए कहा कि ऐसा कैसे हो सकता है कि उनके प्रमाण पत्र ही अपलोड नहीं हैं। आरोप है कि कमीशन के अधिकारियों ने उनकी बात नहीं सुनी। इसके विरोध में रात में ही उम्मीदवारों ने आयोग के पंचकूला दफ्तर के सामने धरना लगा लिया। रात में ठंड लगने लगी तो उम्मीदवारों ने धरना स्थल पर ही आग जलाकर सर्दी से राहत पाने की कोशिश की।
युवाओं ने लगाया सुनवाई न होने का आरोप
युवाओं ने बताया कि उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। उन्हें इस बात का डर सता रहा है कि अब उनकी बात को सुने बिना ही चुने गए उम्मीदवारों को जॉइनिंग दे दी जाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि इस भर्ती में किसी न किसी स्तर पर गड़बड़ी हुई है। इसके चलते ही अब उनकी बात को सुना नहीं जा रहा है।