● कांग्रेस ने कैप्टन अजय यादव को हटाकर डॉ. अनिल जयहिंद को बनाया OBC विभाग का चेयरमैन
● पद से हटाए जाने पर अजय यादव ने पार्टी नेतृत्व पर साधा निशाना, बोले- “साजिशन हटाया गया”
● 14 राज्यों में काम करने और 40 वर्षों की सेवा के बावजूद बगैर सूचना के हटाए जाने पर जताई नाराजगी
Ajay Yadav Congress: हरियाणा की सियासत में कांग्रेस पार्टी के एक फैसले से हलचल मच गई है। पार्टी ने पूर्व मंत्री और राष्ट्रीय OBC विभाग के चेयरमैन कैप्टन अजय यादव को उनके पद से हटा दिया है। उनकी जगह अब पार्टी ने डॉ. अनिल जयहिंद को इस पद पर नियुक्त किया है। यह फैसला गुजरात में हुए अधिवेशन के बाद कांग्रेस द्वारा की गई पहली अहम कार्रवाई मानी जा रही है।
करीब तीन साल दो महीने तक इस पद पर रहे अजय यादव की नाराजगी खुलकर सामने आ गई है। उन्होंने बताया कि जब वे महाराष्ट्र के सोलापुर में ओबीसी विभाग के एक कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद थे, उसी दौरान अचानक उन्हें पद से हटा दिया गया। उन्हें इसकी कोई पूर्व सूचना तक नहीं दी गई, जिससे आहत होकर उन्होंने कार्यक्रम को बीच में ही छोड़ दिया।

अजय यादव ने कहा कि उन्हें अपमानित करने की एक साजिश रची गई है। उनका आरोप है कि कांग्रेस के भीतर एक गुट उनके खिलाफ लंबे समय से जहर फैला रहा था। उन्होंने सवाल उठाया कि 40 वर्षों तक पार्टी में लगातार विभिन्न जिम्मेदारियों का निर्वहन करने वाले व्यक्ति को क्या एक मैसेज तक देना भी जरूरी नहीं समझा गया?
उन्होंने यह भी दावा किया कि बीते तीन महीनों में उन्होंने 14 राज्यों में ओबीसी विभाग को मजबूत करने के लिए काम किया, फिर भी पार्टी नेतृत्व ने उन्हें अचानक दरकिनार कर दिया। उनका गुस्सा इस बात पर भी है कि कांग्रेस में अब पुराने वफादारों को किनारे किया जा रहा है। उन्होंने दो टूक कहा कि “मेरी नेता केवल सोनिया गांधी हैं।”
अजय यादव ने AICC महासचिव केसी वेणुगोपाल राय पर भी निशाना साधते हुए कहा कि हरियाणा में विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हार की जिम्मेदारी उन्हीं पर है। उन्होंने कहा कि 12 वर्षों में पार्टी संगठन को खड़ा नहीं किया गया, जिससे हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी में कुछ लोग काम करना चाहते हैं, लेकिन उन्हें रोका जाता है।