सोनीपत की नामी यूनिवर्सिटी ओपी जिंदल में प्रोफेसर द्वारा विवादित लेक्चर देने और डेटिंग एप पर प्राइवेसी लीक करने मामले प्रोफेसर के खिलाफ एफआईआर दर्ज गई है। महिला आयोग ने एक्शन लिया है। प्रोफेसर समीना दिलवई को पर आरोप है कि उन्होंने छात्राओं को मानसिक रूप से भी प्रताड़ित किया है।
महिला आयोग चेयरपर्सन ने बताया यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर समीना को हिन्दू विद्यार्थियों दवारा जय श्री राम या राम राम बोलने पर भी आपत्ति होती थी। श्री राम के नारे बोलना उसे पसंद नहीं था। वही महिला आयोग चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने मांग उठाई है कि जल्द से जल्द गिरफ्तारी समेत अन्य सभी कार्रवाई हो। वहीं दिल्ली के प्रोफेसर आचिन विनायक दवारा भी अपने सब्जेक्ट से बाहर जाकर राष्ट्रों के बारे में जानकारी देने की बजाय फ्लेस्तीन और हमास को लेकर विद्यार्थियों से चर्चा करनी शुरू की थी।विद्यार्थियों के सामने भारतीय सेना को नीचा दिखाने के साथ-साथ देश विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने की बातें कही है। प्रोफेसर आचिन विनायक के खिलाफ और लव जिहाद व देश विरोधी गतिविधियों को लेकर पुलिस डीजी को जांच कर कार्रवाई के लिए लिखा गया है।
राष्ट्र सुरक्षा से जुडे पाए गए थे गंभीर मामले
महिला आयोग चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने कहा कि पिछले दिनों सोनीपत की ओपी जिंदल यूनिवर्सिटी में विजिट करने के दौरान राष्ट्र सुरक्षा से जुड़े हुए गंभीर मामले पाए गए थे। ओपी जिंदल यूनिवर्सिटी की छात्राओं ने उन्हें सोशल अकाउंट पर टैग करके सहायता के लिए अवगत कराया था। उस दौरान में बेटियों से जब बातचीत हुई तो ने बताया था कि बीकॉम थर्ड ईयर के लॉ स्टूडेंट सेक्शन सी और डी में प्रोफेसर समीना दिलवाई दवारा सिलेबस से बाहर जाकर देश विरोधी गतिविधियों का पाठ पढ़ाया गया। आरोप है कि प्रोफेसर द्वारा डेटिंग एप डाउनलोड करवाकर विश्वविद्यालय के ही कुछ विद्यार्थियों की प्राइवेसी को एक्सपोज किया गया है। इन सभी बातों को लेकर लड़के और लड़कियों को ऑब्जेक्शन था और वहां विरोध होने के बाद दूसरे सेक्शन में जाकर भी जब उन्होंने पढ़ना शुरू किया, तो वहां भी उनका विरोध हुआ। वहां से वह कक्षा से बाहर निकल गई।
1 दिसंबर को कमिश्नर को दी गई थी शिकायत
यूनिवर्सिटी में हुई गतिविधियों को लेकर महिला आयोग चिंतित था। वहीं महिला आयोग चेयरपर्सन ने यह भी बताया कि जब सोशल साइट पर अकाउंट बनाने से मना किया, तो उन्हें यह कहा गया कि अपना अकाउंट ना बनाकर फर्जी नाम से अकाउंट बनाएं और प्रोफेसर के कहने कांग्रेस लीडर राहुल गांधी का डेटिंग साइट पर फर्जी अकाउंट बनवाया गया। 1 दिसंबर को कमिश्नर को एफआईआर दर्ज करने को लेकर कहा गया था और मामले में जांच करते हुए प्रोफेसर के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। मामला दर्ज होने के बाद महिला आयोग ने कमिश्नर से प्रोफेसर की गिरफ्तारी को लेकर भी मांग उठाई गई है।
राम-राम बोलने पर महिला प्रोफेसर को होती थी आपत्ति
वही खुलासा करते हुए यह भी बताया गया है कि यूनिवर्सिटी में हिन्दू विद्यार्थियों दवारा जय श्री राम या राम राम बोलने पर महिला प्रोफेसर को आपत्ति होती थी। श्री राम के नारे बोलना उसे पसंद नहीं था, महिला आयोग चेयरपर्सन ने यह भी कहा है कि प्रोफेसर समीना दिलवई को किसी भी विद्यार्थी की जाति, धर्म और स्टूडेंट की किसी बॉडी को लेकर पॉइंट करने का कोई अधिकार नहीं है। वही प्रोफेसर समीना दिलवई ने दो बेटियों प्राइवेसी भी लीक की है। इसी को लेकर महिला आयोग ने एक्शन लिया है।
धारा 509 के तहत किया मुकदमा दर्ज
वहीं महिला आयोग के चेयरपर्सन ने यह भी बताया कि यूनिवर्सिटी से संबंधित और भी शिकायतें पहले आई है। जिनको पुलिस डीजी को भेजा गया है। जिसमें ओपी जिंदल यूनिवर्सिटी में लेक्चरर के लिए दिल्ली के प्रोफेसर आचिन विनायक को बुलाया गया था, जिसका मुख्य सब्जेक्ट राष्ट्रों के बारे में जानकारी देना था, लेकिन सब्जेक्ट से हटकर प्रोफेसर ने फ्लेस्तीन और हमास को लेकर विद्यार्थियों से चर्चा करनी शुरू की। विद्यार्थियों को भारतीय सेना को नीचा दिखाने के साथ-साथ देश विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने की बातें कही है। वही रेनू भाटिया ने कहा कि देश की सेना के खिलाफ बातें, मानव बम लगाने की बातें देश विरोधी ताकतों को बढ़ावा देने जैसा है। वहीं पुलिस ने पूरे मामले को लेकर राई थाना में महिला प्रोफेसर के खिलाफ धारा 509 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।