आम आदमी पार्टी (आप) के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अनुराग ढांडा ने हरियाणा में खट्टर सरकार को लेकर कड़ा आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि सरकार पूरी तरह से अक्षम है और उसमें पैरालिसिस की स्थिति है। ढांडा ने बताया कि जब सीएम खट्टर जनसंवाद के लिए गए, तो लोगों में उम्मीद थी कि उनकी जो फाइलें सरकारी दफ्तरों में अटकी हैं, उनका समाधान होगा, लेकिन लोगों की शिकायतों का कोई हल नहीं हुआ। इससे उनका मत है कि मुख्यमंत्री खट्टर का जनसंवाद पूरी तरह से फेल हो गया है।
उन्होंने गृहमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि उन्होंने 372 पुलिस कर्मचारियों को सस्पेंड करने के आदेश दिए थे, लेकिन अब तक वह आदेश लागू नहीं हुए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय में अलग-अलग प्रोजेक्ट से संबंधित 2500 फाइलें पेंडिंग हैं। आप नेता ने शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर की ओर से भी उठाए सवाल किए हैं। उनका कहना है कि गुर्जर ने हरियाणा के स्कूलों की व्यवस्था को लेकर गलत बयानबाजी की है और कई स्कूलों में आधुनिक सुविधाएं नहीं हैं।
शराब फर्जीवाड़े के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने पर उठाए सवाल
ढांडा ने यमुनानगर में हुए जहरीली शराब के मामले पर भी रोष जताया और कहा कि सरकार को इस पर सख्ती से कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने फर्जीवाड़े के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने पर सवाल उठाए और यह पूछा कि क्या इतने लोग बिना सरकार के सहारे अपने दम पर काम कर रहे थे?
किसानों को बाढ़ का मुआवजा मिला है क्या?
आप नेता ने कृषि मंत्री जेपी दलाल को भी लक्षित किया और कहा कि उनका काम किसानों को मुआवजा दिलाना था, लेकिन किसानों को बाढ़ का मुआवजा मिला है क्या? उन्होंने सरकारी पोर्टलों की स्थिति को भी नकारात्मक दृष्टि से देखा और कहा कि किसानों को समय पर खाद उपलब्ध कराना भी सरकार की जिम्मेदारी थी, लेकिन वह भटक रहे हैं। अनुराग ढांडा ने हरियाणा सरकार की कई गतिविधियों पर उठाए सवाल और किए आलोचनात्मक तरीके से सरकार की अक्षमता की बात की हैं।