कृषि मंत्री जेपी दलाल के बयान ने हरियाणा में बवाल मचा दिया है। उन्होंने किसान नेताओं और महिलाओं के खिलाफ अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल किया। जिससे लोगों में उनके प्रति आलोचना बढ़ी है। महिला समिति ने उनके बयानों की कड़ी आलोचना की है और माफी मांगने की मांग की है।
कृषि मंत्री के विवादित बयान के बाद किसान संगठनों ने उनके खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने अपनी मांगों को लेकर तीन दिनों तक महापड़ाव किया। उन्होंने सरकार से कई मुद्दों पर मांगें रखी हैं जैसे कि कृषि उपज में न्यूनतम समर्थन मूल्य, बिजली बिल में संशोधन, फसल खराबी का मुआवजा और ठेका संविदा कर्मियों की नियमितता आदि मांग रखी।
महापड़ाव के बाद, किसानों ने गवर्नर से मिलकर अपनी मांगों पर चर्चा की। अब उन्होंने 11 दिसंबर को हिसार में एक मीटिंग का आयोजन किया है। जिसमें वे अपनी अगली कदमबद्ध रणनीति तय करेंगे। इस संक्षेपण में यह बात साफ है कि कृषि मंत्री के विवादित बयान से लोगों में आपसी विवाद उत्पन्न हुआ है और किसानों की आंदोलन बढ़ा है। अब आगे की स्ट्रैटेजी के लिए किसान संगठनों की मीटिंग का आयोजन किया गया है।