हरियाणा के चंडीगढ़ में मकान खरीदने वाले लोगों को एक बार फिर झटका लगा है। चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड की तरफ से आईटी पार्क में बनाए जाने वाले हाउसिंग प्रोजेक्ट को रद्द कर दिया है। यहां पर इको सेंसिटिव जोन होने के कारण चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड को यह प्रोजेक्ट बनाने की मंजूरी नहीं मिली है। इस हाउसिंग प्रोजेक्ट के अलावा यहां पर एक अस्पताल, एक स्कूल और एक फाइव स्टार होटल भी बनाने की योजना थी।
चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड की तरफ से जब इस परियोजना के लिए केंद्र सरकार से अनुमति मांगी, तो केंद्र सरकार की तरफ से इस पर आपत्ति जताई थी। आपत्ति के तौर पर उन्होंने कहा कि यहां पर सुखना वन्य जीव अभ्यारण है। इसके पास ऊंची इमारतें प्रवासी पक्षियों के रास्ते में व्यवधान उत्पन्न कर सकती हैं। इसके अलावा अगर यहां रिहायशी मकान बनाए जाते हैं, तो इसे निकलने वाला अपशिष्ट, शोर और वायु प्रदूषण के कारण पक्षियों के सामान्य जीवन पर में बाधा उत्पन्न हो सकती है।
1.25 किलोमीटर दूर बनाना था हाउसिंग प्रोजेक्ट
चंडीगढ़ प्रशासन की तरफ से आईटी पार्क में यह प्रोजेक्ट बनाने के लिए तर्क रखा था कि जो हाउसिंग प्रोजेक्ट बनाया जाना है, वह इको सेंसिटिव जोन से 1.25 किलोमीटर दूर है। यहां पर निर्माण कार्य की अनुमति है। 2017 में 2.75 किलोमीटर तक के इलाके को इको सेंसिटिव जोन घोषित किया था, लेकिन बाद में विभाग ने यहां पर निर्माण कार्य के लिए अनुमति दे दी थी।
728 मकान बनाने की थी योजना
चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड की तरफ से यहां पर तीन कैटेगरी के 728 मकान बनाए जाने थे। इसमें चार बेडरूम, तीन बेडरूम और दो बेडरूम के मकान बनाने थे। इसमें चार बेडरूम की कीमत करीब 2.75 करोड़, तीन बेडरूम की कीमत 1.90 करोड़ और दो बेडरूम की कीमत 1.30 करोड रुपए प्रस्तावित की गई थी।
सेक्टर 53 का प्रोजेक्ट भी हुआ था रद्द
चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड की तरफ से सेक्टर 53 में एक अफोर्डेबल हाउसिंग स्कीम लाई जा रही थी। इसमें हाउसिंग बोर्ड की तरफ से दो बेडरूम और तीन बेडरूम के 340 फ्लैट बनाने का फैसला किया था, लेकिन चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित ने इस प्रोजेक्ट पर आपत्ति जताई थी। इसके बाद इसे रद्द कर दिया गया था।

