चंडीगढ़ साइबर सेल ने गैंगस्टरों और गन कल्चर का प्रचार करने वाले 1900 से अधिक सोशल मीडिया अकाउंट्स पर कार्रवाई की है, जिससे उन्हें बंद कर दिया गया है। ये अकाउंट्स अपराधों का महिमामंडन कर युवा पीढ़ी को गलत दिशा में प्रेरित कर रहे थे। इस कदम का मुख्य उद्देश्य चंडीगढ़ और इसके आसपास के क्षेत्रों में बढ़ते गैंगस्टर प्रभाव को कम करना और अपराध पर नियंत्रण लगाना है।
गंभीर अपराधों की बढ़ती घटनाएं
चंडीगढ़ में हाल के वर्षों में गैंगस्टरों की संलिप्तता वाले कई गंभीर अपराध सामने आए हैं, जिनमें सोनू शाह और बाउंसर सुरजीत की हत्या जैसी घटनाएं शामिल हैं। इन घटनाओं के बाद गैंगस्टरों ने सोशल मीडिया पर अपनी जिम्मेदारी स्वीकार की, जिससे चिंता बढ़ी है।
सोशल मीडिया का दुरुपयोग
अपराधियों ने फेसबुक, एक्स, इंस्टाग्राम और यूट्यूब जैसे प्लेटफार्मों का उपयोग करके अपनी धमक फैलाने का नया तरीका अपनाया। उन्होंने अपराध करने के बाद धमकी भरे वीडियो और तस्वीरें पोस्ट कर समाज में डर पैदा किया, जिससे वसूली और अन्य अपराधों को अंजाम दिया जा रहा था।
साइबर ऑपरेशंस एंड सिक्योरिटी सेंटर की भूमिका
चंडीगढ़ के साइबर ऑपरेशंस एंड सिक्योरिटी सेंटर ने इस कार्रवाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह केंद्र साइबर अपराधियों और गैंगस्टरों की डिजिटल गतिविधियों पर नजर रखता है और उन्हें समय रहते रोकने का प्रयास करता है।
युवाओं को सुरक्षा का प्रयास
पंजाब और चंडीगढ़ में गैंगस्टर सोशल मीडिया के माध्यम से युवाओं को अपराध और नशे की ओर आकर्षित कर रहे हैं। इस खतरे को देखते हुए चंडीगढ़ पुलिस ने कई सोशल मीडिया अकाउंट्स पर कार्रवाई की है ताकि युवा पीढ़ी को गैंगस्टरों के चंगुल से बचाया जा सके।