Haryana के परिवहन मंत्री अनिल विज ने आज कहा कि राज्य के प्रमुख मार्गों पर ऑटोमेटिक सिस्टम लगाने के लिए अध्ययन किया जा रहा है, ताकि यह पता चल सके कि कौन सी गाड़ी सड़क पर चलने के लायक है। साथ ही उन्होंने हरियाणा रोडवेज को बेहतर बनाने के लिए कंडम बसों का सर्वे करवाने की भी जानकारी दी।
प्राकृतिक संसाधनों की बचत और इलेक्ट्रिक बसों पर जोर
उन्होंने कहा कि डीजल और पेट्रोल जैसे प्राकृतिक संसाधन अब धीरे-धीरे समाप्त हो रहे हैं, और प्रदूषण को कम करने के लिए इलेक्ट्रिक बसों पर पूरा जोर दिया जाएगा। श्री विज ने कहा कि हाल ही में 550 नई बसों की खरीद के लिए हाई पावर परचेज कमेटी से मंजूरी मिल चुकी है।
नशे और ओवरलोडिंग के खिलाफ सख्त कार्रवाई
नशे की समस्या और ओवरलोडिंग के मामलों पर बोलते हुए, श्री विज ने कहा कि इस मुद्दे पर सभी चिंतित हैं। ओवरलोडिंग से सड़कों का नुकसान, दुर्घटनाएं और भ्रष्टाचार बढ़ता है। उन्होंने बताया कि हाल ही में दिल्ली में हुई एक बैठक में ओवरलोडिंग पर चर्चा की गई थी और एक गैजेट की स्थापना का विचार किया गया है, जो वजन माप सके।
बिना परमिट और बिना नंबर की गाड़ियों पर कड़ी कार्रवाई
मंत्री ने बिना परमिट और बिना नंबर की गाड़ियों के बारे में कहा कि उन्हें हरियाणा की सड़कों पर चलने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके लिए उन्होंने सभी आरटीओ अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं।
स्कूल वाहनों के नियमों का पालन जरूरी
स्कूल वाहनों के नियमों की अवहेलना पर, श्री विज ने कहा कि हाल ही में कैथल में एक स्कूल के खिलाफ कार्रवाई की गई है। उन्होंने सभी स्कूल संचालकों से अपील की कि वे वाहन संबंधित नियमों का पालन करें, अन्यथा उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन को ओवरलोडिंग रोकने के लिए नियम बनाने की सलाह
विज ने ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन के अधिकारियों से आग्रह किया कि वे ओवरलोडिंग रोकने के लिए अपने नियम खुद बनाए, वरना सरकार इसे सख्ती से लागू करेगी। उन्होंने कहा कि ड्राइवरों के ड्यूटी घंटे भी निर्धारित किए जाने चाहिए, ताकि दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
इस बैठक में मंत्री अनिल विज ने नशे की रोकथाम और सड़क सुरक्षा को लेकर कई अहम मुद्दों पर विचार किया और कड़े कदम उठाने की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता को स्पष्ट किया।