कांग्रेस के महासचिव और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला ने एक बार फिर डिपोर्टेशन का मुद्दा उठाकर केंद्र और हरियाणा सरकार को घेरने की कोशिश की है। इस बार उन्होंने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर पर हमला बोला है, जिन्हें सुरजेवाला ने देश और युवा विरोधी बताया है।
सुरजेवाला ने खट्टर के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और कहा कि अमेरिका से हथकड़ी लगाकर जबरन वापस भेजे जा रहे हरियाणा के युवाओं को लेकर खट्टर का बयान अमानवीय है। उन्होंने आरोप लगाया कि खट्टर जैसे भाजपा नेता हमारे युवाओं के सपनों का मजाक उड़ा रहे हैं।
सुरजेवाला ने क्या कहा?
सुरजेवाला ने अपने बयान में कहा कि “यह युवा अपराधी नहीं हैं, जो विदेश में नौकरी की तलाश में गए थे। उन्होंने अपने सपनों को पूरा करने के लिए मेहनत की, लेकिन अब उन पर उंगली उठाना और उन्हें अपराधी कहना गलत है।”
उन्होंने कहा कि जो युवा विदेश गए थे, उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया। सुरजेवाला ने भाजपा नेताओं से सवाल पूछा कि क्या उन्हें नहीं पता कि अमेरिका में ‘रेड इंडियंस’ को छोड़कर वहां कोई ओरिजिनल नागरिक नहीं हैं, फिर हमारे युवाओं को अपराधी क्यों ठहराया जा रहा है?
क्या था खट्टर का बयान?
मनोहर लाल खट्टर ने हाल ही में अमेरिका से डिपोर्ट हुए युवाओं को लेकर कहा था, “वे अपराधी हैं, हमें इन पर ज्यादा सहानुभूति नहीं दिखानी चाहिए। अगर वे अमेरिका में अपराध कर रहे थे तो उन्हें वापस लाना ठीक है। हमें इन युवाओं को छोड़ने की कोई वजह नहीं दिखानी चाहिए।”
सुरजेवाला का पलटवार
सुरजेवाला ने खट्टर के बयान पर सवाल उठाते हुए कहा कि “विदेश गए हमारे युवाओं को सहानुभूति की जरूरत है, लेकिन उससे भी ज्यादा जरूरत है हमारी सरकार और उसके नुमाइंदों की मदद की।” उन्होंने उदाहरण दिया कि कोलंबिया जैसे छोटे देश ने भी अपने नागरिकों को अमेरिकी जहाज से बिना हथकड़ी लगाए वापस भेजने की बात की थी।
उन्होंने यह भी कहा कि “जब हमारे बच्चे सब कुछ बेचकर विदेश जाते हैं, तो उन्हें नशेड़ी कहना हरियाणा की संस्कृति का अपमान है।”
सुरजेवाला ने अंत में यह भी कहा कि मोदी सरकार के मंत्रियों को यह शोभा नहीं देता कि वे अमेरिका द्वारा हमारे नागरिकों के अपमान को सही ठहराएं। “राजधर्म कहता है कि भारतीयों के सम्मान की रक्षा करें,” उन्होंने जोर देते हुए कहा।