हरियाणा के मुख्यमंत्री नायक सिंह सैनी से एक दंपति ने मुलाकात की, जिन्होंने अपनी लापता बेटी को ढूंढने में पुलिस की अनदेखी के खिलाफ आत्मदाह की कोशिश की थी। मुख्यमंत्री के साथ करीब दो मिनट की बातचीत में, पीड़ित परिवार ने अपनी पीड़ा साझा की और लापता बेटी के मामले में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए।
लापता लड़की की मां रागिनी ने मुख्यमंत्री से कहा कि उनकी बेटी पिछले 105 दिनों से लापता है और मामले की जांच में महिला जांच अधिकारी सुनीता असी की ओर से कथित तौर पर ₹15,000 की डिमांड की गई थी। रागिनी का कहना था कि इस रकम की मांग न दी जाने पर उनकी बेटी की तलाश में कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए।
मुख्यमंत्री ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “अगर महिला जांच अधिकारी ASI सुनीता ने लापता लड़की के मामले में ₹15,000 की डिमांड की है, तो यह पूरी तरह से गलत है। ऐसी स्थिति में मैं तत्काल जांच करवाऊंगा और यदि यह आरोप सही साबित होते हैं तो आरोपी अधिकारी को घर बिठा दिया जाएगा।”
मुख्यमंत्री ने मामले की गंभीरता को समझते हुए, पीड़ित परिवार को विश्वास दिलाया कि वह इस मामले में कार्रवाई करेंगे और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
हरियाणा के हिसार कृषि विश्वविद्यालय (HAU) में Cm Nayab Saini के कार्यक्रम के दौरान एक दिल दहला देने वाली घटना घटी। बाहर खड़े एक युवक ने अपनी लापता बेटी की तलाश में असफलता से हताश होकर आत्मदाह का प्रयास किया। युवक ने खुद पर पेट्रोल डाल लिया, लेकिन आग लगाने से पहले ही आसपास के लोगों ने उसे पकड़ लिया।
CM से मिलने की कोशिश में मचा बवाल
पुलिस ने युवक को हिरासत में ले लिया। वह बार-बार चिल्लाते हुए कह रहा था, “भाई, उन्होंने मार दिया। भाई, उन्होंने मार दिया।” युवक सुनील सोनी, हिसार के आजाद नगर का निवासी है। उसका कहना है कि 29 सितंबर 2024 को उसकी साढ़े 16 साल की बेटी हर्षिता लापता हो गई थी।
पुलिस के वादे हवा हुए, पिता का सब्र टूटा
युवक ने बताया कि बेटी के लापता होने के बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई थी। सीसीटीवी फुटेज भी दिए गए, लेकिन पुलिस ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। उसने लघु सचिवालय के बाहर दो बार धरना भी दिया, जहां पुलिस ने आश्वासन दिया था कि सात दिन के भीतर किशोरी की तलाश कर ली जाएगी।
“आखिरी बार ऑटो में बैठते देखा गया था”
सुनील सोनी ने बताया कि उसकी बेटी हर्षिता नौवीं कक्षा तक पढ़ी थी और एक साल से घर पर ही थी। घटना वाले दिन सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर घर से निकली थी। मुख्य सड़क पर उसे आखिरी बार एक ऑटो में बैठते देखा गया, उसके बाद से उसका कोई पता नहीं चला। पिता ने अपनी परेशानी सीधे मुख्यमंत्री तक पहुंचाने की कोशिश में आत्मदाह जैसा खौफनाक कदम उठाने का प्रयास किया। फिलहाल पुलिस ने उसे थाने ले जाकर स्थिति को काबू में किया।