30वें दिन क्लर्क हड़ताल: सरकार के खिलाफ क्लर्क थाली बजाकर जताएंगे रोष, प्रतिदिन विभाग को 10 लाख का राजस्व नुकसान

चरखी दादरी

पे-ग्रेड बढ़ाने की मांग को लेकर क्लर्क पिछले 29 दिन से हड़ताल पर बैठे हैं। आज क्लर्कों का 30वां दिन है। क्लर्क अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आज थाली बजाकर रोष जताएंगे। वहीं भूख हड़ताल भी 12वें दिन जारी रही और बुधवार को मोहित, जगप्रवेश, जगमोहन, सौरभ, नरेश व दीपक उपायुक्त कार्यालय क्लर्क भूख हड़ताल पर बैठे। क्लर्कों की हड़ताल के कारण वाहन पंजीकरण शाखा को प्रतिदिन 10 लाख रुपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है।

3000 आवेदन हुए लंबित

साथ ही विभाग में प्रतिदिन 100 से अधिक लोग अपने कार्यों के लिए चक्कर लगाने को मजबूर हैं। पिछले 29 दिनों से चल रही हड़ताल के कारण शाखा को करीब 2.90 करोड़ के राजस्व का नुकसान हुआ है। साथ ही तीन हजार आवेदन भी लंबित हैं। लिपिकों का कहना है कि एक ओर सरकार उनकी मांग को जायज ठहरा रही है,वहीं दूसरी ओर राहत भी नहीं दे रही है।

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करीब 70 विभागों में लोग अपने कार्यों के लिए चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन सरकार उनकी मांग नहीं मान रही है। कार्यालयों में काम का अत्याधिक भार बढ़ता जा रहा है। यही हालात रहे तो सरकार को लोगों के विरोध का भी सामना करना पड़ेगा।

विभागों के सभी काम हुए ठप

5 जुलाई से एसोसिएशन के आह्वान पर जिले के करीब 380 लिपिकों ने हड़ताल शुरू कर दी थी। इनकी हड़ताल पर होने के कारण लघु सचिवालय वाहन पंजीकरण शाखा में प्रतिदिन आने वाले 100 से अधिक आवेदन भी लंबित पड़े हैं। शाखा में प्रतिदिन औसतन 50 नए वाहन पंजीकरण, एनओसी, डुप्लीकेट आरसी, पुन: पंजीकरण होते हैं। वहीं 50 से अधिक वाहनों के नाम स्थानांतरण, लोन चढ़ाना, लोन उतारना, नए पुराने वाहनों के पंजीकरण सहित शाखा के सभी काम लंबित हैं।

हड़ताल के चलते प्रतिदिन आने वाले करीब 150 लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। वहीं विभाग व प्रशासन की ओर से 29 दिन बीतने के बावजूद भी कोई वैकल्पिक व्यवस्था तक नहीं की गई है। शाखा में प्रतिदिन होने वाले 100 से अधिक वाहन पंजीकरण से औसतन 10 लाख रुपये का राजस्व भी शाखा को मिलता था। साथ ही नए पुराने वाहनों के करीब 3 हजार पंजीकरण अब लंबित हैं।