➤छुट्टी के बाद नारनौल के स्कूल में बंद रह गया 6 साल का बच्चा
➤ग्रामीणों ने आवाज सुनकर पुलिस और सरपंच को दी सूचना
➤मीटिंग में स्टाफ ने ग्रामीणों से मांगी माफी
हरियाणा के नारनौल के गांव नूनी कलां में गुरुवार को राजकीय प्राथमिक पाठशाला में छुट्टी के बाद लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया। पहली कक्षा में पढ़ने वाला 6 वर्षीय बच्चा, जो उत्तर प्रदेश के एक मजदूर का बेटा है, छुट्टी के बाद भी स्कूल में सोता रह गया और चपरासी ने ताला लगाकर स्कूल बंद कर दिया।
जानकारी के अनुसार, दोपहर 2 बजे स्कूल की छुट्टी के समय अन्य सभी छात्र घर चले गए, लेकिन यह बच्चा डेस्क के बीच में सो रहा था, जिसे किसी ने देखा तक नहीं। करीब 4 बजे, स्कूल के पास से गुजर रहे एक व्यक्ति को बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। उसने तुरंत गांव के सरपंच और डायल 112 पर सूचना दी।
सर्पंच ने स्कूल हेडमास्टर को बताया और फिर गांव लहरोदा से चपरासी को बुलाया गया। पुलिस की मौजूदगी में ताला खोला गया और बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
यह बच्चा तीन भाई-बहनों में से एक है, जो इसी स्कूल में पढ़ते हैं। बाकी दो छुट्टी के बाद घर चले गए थे, इसलिए परिवार को शक नहीं हुआ। माता-पिता मजदूरी करने गए थे और मोहल्ले के लोगों ने भी सोचा कि बच्चा आसपास खेल रहा होगा।
शुक्र है कि स्कूल गांव के बीच में था, जिससे रोने की आवाज सुनाई दे गई। ग्रामीणों का कहना है कि यदि स्कूल गांव से बाहर होता तो नतीजा गंभीर हो सकता था। घटना के बाद ग्रामीणों ने स्कूल स्टाफ को चेतावनी दी।
आज स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम के बाद हुई मीटिंग में चपरासी और स्टाफ ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए माफी मांगी। चपरासी ने आश्वासन दिया कि भविष्य में वह स्कूल को अच्छी तरह देखकर ही ताला लगाएगी। वहीं, सरपंच प्रतिनिधि प्रीतम ने घटना को “कोई बड़ी बात नहीं” बताया और कहा कि तुरंत बच्चे को निकाल लिया गया था।