Haryana में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के बाद मौसम में अचानक बदलाव आया है। सोमवार को प्रदेश के कई हिस्सों में धुंध और शीतलहर छाई हुई है, जिससे ठिठुरन और बढ़ गई है। पानीपत, जींद, भिवानी, पलवल, सोनीपत, और सिरसा के रानियां जैसे इलाकों में धुंध का असर अधिक देखने को मिल रहा है।
मौसम विभाग ने 5 फरवरी तक प्रदेश के 14 जिलों में हल्की से मध्यम बारिश का अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में भिवानी, जींद, करनाल, पानीपत, सोनीपत, रोहतक, चरखी दादरी, झज्जर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल और मेवात शामिल हैं। इसके साथ ही तेज हवाएं भी चल सकती हैं, जिससे ठंड में और बढ़ोतरी हो सकती है।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि फरवरी महीने में लगातार ठंड बनी रहेगी, हालांकि दूसरे पखवाड़े में ठंड में थोड़ी कमी आ सकती है। पश्चिमी विक्षोभ के चलते मौसम में बदलाव और तापमान में उतार-चढ़ाव की संभावना है। खास बात यह है कि इस बार फरवरी में धुंध कुछ देर से पड़ी है, जो अब रात के समय शुरू हो गई है।
क्या इस बार रबी फसलों को मिलेगा फायदा?
कृषि वैज्ञानिकों का मानना है कि अगर रात का तापमान कम रहा तो रबी फसलों को इससे लाभ हो सकता है, लेकिन 2025 में प्रदेश में 37% कम बारिश हुई है, जिससे कृषि पर असर भी पड़ सकता है।