प्रदेश के नूंह हिंसा के आरोपी कांग्रेस विधायक मामन खान को रविवार को कोर्ट में पेश किया गया। मामन खान का 2 दिन का पुलिस रिमांड आज खत्म हो गया। जबकि पुलिस के मांगने पर रविवार को कोर्ट द्वारा 2 दिन का रिमांड फिर से दे दिया गया। इस दौरान मामन खान को नगीना और तावड़ू पुलिस थाने के अलावा कई जगहों पर ले जाकर पूछताछ की गई। रिमांड के दौरान पुलिस ने विधायक खान के मोबाइल और लैपटॉप को कब्जे में लिया है।
जिससे मोबाइल पर बातचीत-चैटिंग और लैपटॉप के जरिए सोशल मीडिया एक्सेस की फॉरेंसिक जांच की जा रही है। पुलिस को जांच में ये भी शक है कि मोबाइल और लैपटॉप से फोटो-वीडियो, कॉल और चैटिंग डिलीट की गई है। जिसे रिकवर करने की तैयारी की जा रही है। दो दिन का रिमांड खत्म होने के बाद पुलिस ने रविवार को कांग्रेस विधायक मामन खान को ड्यूटी मैजिस्ट्रेट सीजेएम जोगिंद्र सिंह की कोर्ट में पेश किया। पुलिस ने दूसरे केस का हवाला देते हुए कोर्ट से उनका फिर दो दिन का रिमांड मांगा। कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद मामन खान की रिमांड अवधि को दो दिन और बढ़ा दिया है। उन्हें एफआईआर संख्या 137 में दो दिन के रिमांड पर भेजा गया है।
वहीं पुलिस मामन खान के टच में रहे लोगों की भी जांच कर रही है, ताकि उन्हें भी हिंसा फैलाने के केस में पकड़ा जा सके। नूंह में इंटरनेट से पाबंदी हटा ली गई है। धारा 144 लागू की गई है, सभी चौक चौराहों और नाकों के अलावा कोर्ट परिसर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
मामन खान को 6 केसों में किया जा सकता है नामजद
नूंह पुलिस के मुताबिक मामन खान को भले ही एक अगस्त को दर्ज हुई 149 एफआईआर नंबर में पकड़ा गया हो, लेकिन उन्हें दूसरे केसों में भी शामिल किया जा सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मामन खान को 6 केसों में नामजद किया जा सकता है। इन केसों में 42 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इसके लिए कागजी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने जयपुर से गिरफ्तारी के बाद मामन खान के रिमांड के लिए जो दस्तावेज कोर्ट में दिए, उनमें भी 6 एफआईआर का जिक्र किया गया है। 31 जुलाई को नूंह में ब्रजमंडल यात्रा के दौरान हिंसा हुई थी। जिसमें 6 लोगों की मौत समेत 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। इसके बाद से पुलिस पूरे इलाके में अलर्ट पर है।
पाकिस्तान से भड़काऊ वीडियो डालने वाले यूटयूबर्स से क्या संबंध
रिमांड के दौरान मामन खान से पुलिस की एसआईटी ने कई सवाल पूछे। उनसे पूछा गया कि 28 से 31 जुलाई के बीच वे कहां थे। नूंह में 31 जुलाई को ही ब्रजमंडल यात्रा के दौरान हिंसा हुई थी। पाकिस्तान से भड़काऊ वीडियो डालने वाले यूट्यूबर्स से उनके क्या संबंध हैं। हिंसा में शामिल आरोपी तौफीक को वे कैसे जानते हैं और उससे उनकी क्या बात हुई थी।
भड़काऊ प्रचार में शामिल आरोपियों से संपर्क को लेकर विधायक की भूमिका संदिग्ध
नूंह के एसपी नरेंद्र बिजारनिया ने बताया कि 31 जुलाई नूंह हिंसा के दिन बड़कली चौक नगीना के आसपास आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं हुई थी, पुलिस ने उसकी जांच की। इस दौरान मिले तथ्यों, सोशल मीडिया पर भ्रामक और भड़काऊ प्रचार में शामिल आरोपियों से संपर्क को लेकर विधायक की भूमिका संदिग्ध थी। उसी दिन घटना से पहले बड़कली चौक पर उनके मौजूद होने की जानकारी भी जांच में सामने आई है। हालांकि विधायक मामन खान ने घटना के दौरान हाईकोर्ट में रखी दलील में इलाके से बाहर होने बात कही। ऐसे में फिलहाल मामन खान की मुश्किलें बढ़ सकती है।