जहां एक ओर अंबाला के शंभू बॉर्डर पर किसान और पुलिस के बीच टकराव की स्थिति नजर आ रही है, वहीं दूसरी ओर हरियाणा सरपंच एसोसिएशन ने किसानों का समर्थन किया है।
हरियाणा सरपंच एसोसिएशन प्रदेश अध्यक्ष रणबीर सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा किसानों के साथ ज्यादा अत्याचार किया जा रहा है। उन्होंने किसी भी पंचायत में भाजपा और जेजेपी के नेताओं को अनुमति नहीं देने का फैसला किया है। सरपंच एसोसिएशन ने हाईकोर्ट से भी उम्मीद की है कि किसानों के हक में फैसला होगा। किसानों को प्रदर्शन करने का अधिकार दिया जाना चाहिए, ताकि वे अपनी मांगें सरकार से प्रस्तुत कर सकें। करीब दो दिनों से पुलिस ने किसानों को रोका हुआ है। हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर किसान और पुलिस के बीच जंग की स्थिति है। पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाई है, ताकि किसानों को आगे नहीं बढ़ने दें। किसान बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन पुलिस के इंतजामों के कारण इसमें मुश्किल हो रहा है।
रोकने के लिए बड़े पैमाने पर इंतजाम
हरियाणा के पास भी पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर इंतजाम किए हैं। करीब 9 फीट ऊंचे कंक्रीट के ब्लॉक खड़े किए गए हैं। प्रदेश महासचिव ईश्म सिंह ने कहा कि सरकार ने किसानों को MSP देने का वादा किया था, लेकिन वह वादा निभाने में विफल रही है।
किसानों को तैयार रहने की दी हरी झंडी
किसानों का समर्थन करते हुए सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से सर छोटू राम किसान यूनियन के जिला प्रधान जगदीप औलख ने भी किसानों को तैयार रहने की हरी झंडी दी है। अभी तक प्रदर्शन में पंजाब के किसान ही शामिल हैं। हालांकि हरियाणा के किसान भी इसमें शामिल हो जाते, तो स्थिति कठिन हो सकती है। किसानों की एंट्री के बाद देखना पड़ेगा कि क्या हालात बनते हैं।