करनाल में शरिवार को प्रदेशभर से इकट्ठा हुए करीब 2 हजार से ज्यादा गेस्ट टीचरों ने आक्रोश रैली में भाग लिया। दोपहर बाद तक सभी गेस्ट टीचर सेक्टर-12 फव्वारा चौक पर इकट्ठा हुए। जहां उन्होंने बीती 7 सितंबर 2008 को रोहतक में प्रदर्शन के दौरान गेस्ट टीचर राज रानी की मौत के मामले में रैली स्थल पर उनकी आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन धारण किया गया। जनसभा के बाद प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य शाम 4 बजे सीएम आवास का घेराव करने निकलने लगे। जिससे पहले ही मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि संजय भठला ज्ञापन लेने के लिए रैली स्थल पर पहुंचे। ज्ञापन लेने के बाद संजय भठला ने कहा कि गेस्ट टीचरों को पक्का करने की मांग को जल्द सीएम तक पहुंचाया जाएगा। वहीं गेस्ट टीचरों ने ऐलान किया कि कल से जब तक उनकी मांगे पूरी नही होती। रोजाना अलग-अलग जिलों के 5 गेस्ट टीचर करनाल में जिला सचिवालय के सामने धरने पर बैठेंगे।
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रैली के लिए रवाना हो रहे अध्यापकों को पुलिस ने लिया हिरासत में
प्रदेश स्तरीय रैली को लेकर पुलिस प्रशासन भी अलर्ट मोड पर रहा। अलग-अलग जिलों से करनाल रैली के लिए रवाना हो रहे अतिथि अध्यापकों को पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया। हिसार में कई शिक्षकों को हिरासत में लिया है, लेकिन बाद में उन्हें छोड़ दिया गया और वहां हिसार से दोपहर को को करनाल रैली स्थल पर पहुंचे। वहीं जनसभा के दौरान अगर प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य सीएम आवास के घेराव की घोषणा करते तो उन्हें बैरिकेड लगाकर रोकने के पूरे इंतजाम पुलिस प्रशासन द्वारा किए गए थे। जिला सचिवालय व उनकी रैली स्थल पर भी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई थी।
2014 में किया था प्रदेश सरकार ने वादा
राजकीय अतिथि अध्यापक मंच प्रधान राजेन्द्र शर्मा शास्त्री ने बताया कि प्रदेश सरकार ने 2014 में अतिथि अध्यापकों को नियमित करने का वादा किया था, लेकिन 9 साल बाद भी वादा पूरा नहीं किया। विधेयक 2019 बनने के बाद से अब तक पूरे हरियाणा में 500 से ज्यादा गेस्ट टीचर्स की मौत हो चुकी है। आज तक सरकार ने एक भी गेस्ट टीचर के परिवार की आर्थिक मदद नहीं की। आज रैली के बाद मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि को सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने कहा जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती, तब तक हर रोज 5 अध्यापक करनाल में धरने पर बैठेंगे।
स्वर्गवासी गेस्ट टीचर परिवार सदस्यों को दी जाए नौकरी
उन्होंने बताया कि 2019 के विधेयक के अनुसार समान काम समान वेतन, मेडिकल सुविधा, रिटायरमेंट के बाद सम्मान जनक पेंशन, स्वर्गवासी गेस्ट टीचर के परिवार के सदस्य को अनुकंपा के आधार पर नौकरी दी जाए। मंच की स्टेट कार्यकारिणी ने अतिथि अध्यापकों को नियमित करने की मांग को प्रदेश स्तरीय रैली बुलाई थी। जिसमें प्रदेश भर के हजारों अतिथि अध्यापक पहुंचे है। यह रैली सरकार को चेताने के लिए रखी गई। अगर अब भी सरकार उनकी मांगे पूरी नहीं होती तो सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।