हरियाणा के हिसार में कांग्रेस की वरिष्ठ नेता कुमारी सैलजा ने कांग्रेस के गृह क्लेश को लेकर बिना नाम लिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर निशाना साधा। हरियाणा में कांग्रेस के कार्यक्रमों पर सैलजा ने कहा कि अकेले उदयभान को मैं क्या कहूं, हरियाणा में कांग्रेस पार्टी कहां से चल रही है, कौन चला रहा है, वह सब जानते हैं। सैलजा ने कहा कि लोकसभा चुनाव मैंने पहले भी लड़े हैं और हाई कमान कहेगा तो अब भी लड़ेंगे, लेकिन उसके बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। मेरी इच्छा है कि इस बार विधानसभा चुनाव लड़ना है, कहां से लड़ेंगे, वह समय बताएगा।
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता कुमारी सैलजा बुधवार को हिसार स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रही थी। वह कांग्रेस कार्यकर्ताओं और समर्थकों से मिलने हिसार पहुंची। उन्होंने कांग्रेस के गृह क्लेश को लेकर बिना नाम लिए भूपेंद्र सिंह हुड्डा को घेरा। सैलजा ने कहा कि सत्ता हमेशा जनता और कार्यकर्ता लेकर आते हैं, कुछ लोग ओहदे के पीछे भागते है और ओहदा मिल भी जाता है। हाईकमान हमें बहुत इज्जत देती है, लेकिन हम अपने कार्यकर्ताओं को ओहदा और इज्जत नहीं दे पाते, ऐसा मेरे कार्यकाल में भी हुआ है। आज जब इंसाफ करने की बात आई है तो इस तरह से जो जमीन पर हो रहा है, वह करवाने की क्या जरूरत थी।
पर्यवेक्षक एक पक्ष की बात करेंगे तो कार्यकर्ताओं का रोष स्वाभाविक
कुमारी सैलजा ने कहा कि कार्यकर्ताओं को किस तरीके से भिड़ाया गया और यह तब हुआ है, जब पर्यवेक्षक और प्रभारी बनाए गए। पूरे मामले में एकतरफा कहानी सामने आई है। पर्यवेक्षक और प्रभारी जिस तरह जाकर बात करते हैं, यहां लोगों में कार्यकर्ताओं में जो सच्चे कांग्रेसी है, जो सरकार को ललकारते है, आज उनको भिड़ाने का समय नहीं था। उनको लगा कि उनकी सुनवाई की जाएगी, लेकिन निष्पक्षता नजर नहीं आएगी और पर्यवेक्षक एक पक्ष की बात करेंगे तो कार्यकर्ता का रोष स्वभाविक है। कुमारी सैलजा ने संगठन बनाने के लिए बनाए गए पर्यवेक्षकों पर पक्षपात के आरोप लगाए। इसको विषय पर वह मिल्लकार्जुन खड़गे से मिले थे।
हम भी प्रभारी हैं, किसी राज्य में ऐसा नहीं देखा
कुमारी सैलजा ने कहा कि हिसार में भी यह सब हुआ है, यह मेरा ग्रह जिला है। आपस की खींचतान पार्टी में कब नहीं होती, लेकिन कुछ लोगों को बाहर निकाल दिया, उनकी सुनवाई भी नहीं की गई। जो प्रभारी और पर्यवेक्षक बनाए गए हैं, उनमें से 4-5 पर्यवेक्षक को छोड़कर कोई भी निष्पक्ष नजर नहीं आया। जो प्रदेश के बाहर से पर्यवेक्षक बनाए गए, वह भी एक तरफ बातें करते दिखाई दिए। जो हमारे प्रभारी हैं, उन्होंने क्या सोचकर यह किया। सैलजा ने कहा कि हम भी प्रभारी है, लेकिन किसी राज्य में ऐसा काम नहीं देखा। जिस भी विवेक से वह काम कर रहे हैं, उसका नतीजा सोशल मीडिया में धज्जियां उड़े तो क्या यह अच्छी बात है।
मैं और मेरा की राजनीति नहीं चाहते हरियाणा के लोग, उनकी आवाज बनना जरूरी
कुमारी सैलजा ने कहा कि केंद्र की सरकार का पर्दाफाश करना हमारा कर्तव्य है और कांग्रेस के प्रति हमें अपना फर्ज निभाना है। अगर इसमें हम कहीं कमजोर होते हैं तो क्या लोगों की लड़ाई लड़ पाएंगे, एक तरफ दोस्ती है तो दूसरी तरफ लोग हम पर विश्वास कैसे करेंगे। क्या हमें केवल अपनी राजनीति करनी है। हरियाणा के लोग मैं और मेरा की राजनीति नहीं चाहते, उनको चाहिए कि कोई उनकी आवाज बने। ऐसा नहीं होना चाहिए कि हम मोदी को ललकारने के लिए केवल राहुल गांधी और केंद्रीय नेताओं पर छोड़ दें और अपनी दोस्तियां निभाएं।
यह बात सोचना जरूरी, पार्टी में एक-एक कार्यकर्ता का योगदान है जरूरी
कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि यह गंभीरता से सोचने की बात है कि पार्टी में एक-एक कार्यकर्ता का योगदान होता है। हम अपने आपको बड़ा नेता मान लेते हैं, क्योंकि हमें ओहदे मिल चुके हैं। दूसरी पार्टी में कुछ तो कारण रहे होंगे कि हम कुछ लोगों को छोड़कर बहुत लोग अन्य पार्टियों में चले गए। इसके अलग-अलग कारण हैं, मजबूरी में कौन गया, वह भी उनको पता है।