हरियाणा शिक्षा विभाग द्वारा तैयार किए गए शिक्षक तबादला नीति के नए ड्रॉफ्ट पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपनी अंतिम मुहर लगा दी है। कुछ संशोधन के बाद अब नई शिक्षक तबादला नीति के तहत ही करीब 70 हजार अध्यापकों के तबादले होंगे। नई नीति को आगामी सप्ताह में मंत्रिमंडल की बैठक में पास कराया जाएगा। इसके बाद अगस्त माह में तबादला ड्राइव को इस काम को पूरा करने का लक्ष्य दिया गया है।
शिक्षा विभाग के मुद्दों को लेकर सीएम ने की शिक्षा मंत्री से बैठक
शिक्षा विभाग के मुद्दों को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर के साथ विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में विभाग में खाली पड़े पदों को भरने और तबादला ड्राइव के साथ साथ अन्य मुद्दों को लेकर मंथन किया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों की निर्देश दिए कि वह तबादला ड्राइव के मामलों समेत अन्य मुद्दों को लेकर कार्य में तेजी लाएं।
अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में विभाग की खामियों और खासियतों को लेकर मंथन किया गया। बैठक में तमाम डीईओ और डीईईओ समेत प्रिंसिपल भी शामिल रहे। इस बैठक में स्कूलों में डयूल डेस्क, शौचालय स्थापित करने के साथ-साथ पीने के पानी और पानी की निकासी को लेकर मंथन किया गया। मुख्यमंत्री आवास पर हुई बैठक में शिक्षा मंत्री ने सीएम से स्कूलों के लिए और बजट देने की मांग रखी।
अब ब्लॉक वाइज होगा नार्मेलाइजेशन
नई नीति में एक और अहम संशोधन किया गया है। अब नार्मेलाइजेशन पूरे राज्य के हिसाब से नहीं बल्कि ब्लॉक के हिसाब से होगा। इसके तहत ब्लाक में आवेदन के हिसाब से शिक्षकों को नियुक्ति दी जाएगी।
इससे पहले नीति में प्रावधान था कि पदों से अधिक आवेदन आने के बाद उनको दूसरे जिलों में दूर तबादला कर दिया जाता था। सरकार का तर्क है कि इससे शिक्षकों का संतुष्टि प्रतिशत बढ़ेगा। गौरतलब है कि विभाग की ओर पहले ही ट्रायल के तौर पर अध्यापकों से दस-दस ब्लाक का विकल्प देकर विकल्प भरवाए जा चुके हैं
हरियाणा में 70 हजार से अधिक अध्यापकों को तबादले का इंतजार
सितंबर 2022 में 36 हजार अध्यापकों के हुए तबादले हुए थे। तबादला नीति में उन अध्यापकों के तबादले होने हैं, जो एक स्थान पर पांच साल से अधिक बैठे हैं या फिर जो अध्यापक अपने तबादले के इच्छुके हैं तबादला ड्राइव में पीजीटी, टीजीटी, सीएंडवी, जेबीटी समेत अन्य अध्यापकों के तबादले होने हैं। इनमें उन अतिथि अध्यापकों को शामिल किया जाएगा, जिनके तबादले पिछली बार काफी दूर हो गए थे