हरियाणा में एससी अफसरों के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की कार्रवाई पर शिकायत ने दिल्ली तक पहुंच गई है और इस पर नेशनल एससी कमीशन ने सरकार से जवाब मांगा है। शिकायत के अनुसार एससी समाज के अफसरों को एसीबी गलत तरीके से गिरफ्तार कर रही है। नेशनल एससी कमीशन ने सरकार से यह पूछा है कि ऐसा क्यों किया जा रहा है और उन्होंने सप्ताह भर के अंदर जवाब मांगने का आदेश दिया है।
जिसके बाद सीएस संजीव कौशल ने एसीबी के अफसरों से जवाब मांगा है और जवाब आने पर कमीशन को पूरी रिपोर्ट भेजी जाएगी। शिकायत में उच्च स्थानाधिकारी जैसे आईएएस विजय दहिया, आईएएस आरके सिंह, एचसीएस मुकेश सोलंकी और एचसीएस तरुण पवारिया के नाम शामिल हैं। एसीबी ने इस शिकायत के तहत आईएएस विजय दहिया को 5 लाख रुपए की रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया था। इसके अलावा अन्य अफसरों के खिलाफ भी मुकद्दमे दर्ज किए गए हैं।
गीता महोत्सव दुनियाभर में पहचान बनाने में सफल
शिकायत में यह भी कहा गया है कि विजय दहिया ने सचिव के पद पर काम करते हुए समर्पण और प्रतिबद्धता से काम किया है और उनके प्रयासों से गीता महोत्सव दुनियाभर में पहचान बनाने में सफल रहा है। एसीबी ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ा है और इसे नियमों के खिलाफ होने के आरोपों के साथ किया गया है।
अब जवाब आने पर कमीशन को भेजी जाएगी पूरी रिपोर्ट
आईएएस अफसर मुकेश सोलंकी, आरके सिंह, और तरुण पवारिया को भी गलत तरीके से निशाना बनाया गया है, और उनके खिलाफ अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं। एसीबी की कार्रवाई को लेकर महासभा ने यह भी दावा किया है कि धारा 17ए के तहत कोई अनुमोदन नहीं लिया गया और किसी भी प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। इस विषय पर अब जवाब आने पर कमीशन को पूरी रिपोर्ट भेजी जाएगी।