Haryana विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के कारणों का विश्लेषण करने के लिए 8 मेंबरी जांच कमेटी की बैठक दिल्ली में आयोजित की गई। इस बैठक में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह, हरियाणा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान, सह प्रभारी जितेंद्र बघेल समेत अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। बैठक का संचालन कमेटी के चेयरमैन करण सिंह दलाल ने किया।
बैठक की शुरुआत में प्रदेशाध्यक्ष उदयभान ने स्पष्ट किया कि इस चर्चा में सिर्फ EVM से संबंधित मुद्दों पर ही फोकस किया जाएगा और गुटबाजी-भीतरघात जैसे अन्य मामलों पर बातचीत नहीं की जाएगी। इस दौरान, दिग्विजय सिंह ने भाजपा पर EVM के जरिए चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हरियाणा चुनाव में भाजपा की जीत EVM में गड़बड़ी के कारण संभव हुई और इसके सबूत भी इकट्ठे किए जा रहे हैं।
मीटिंग में 14 प्रत्याशी रहे अनुपस्थित
इस बैठक में हारने वाले 53 नेताओं में से केवल 39 नेता ही शामिल हुए, जबकि 14 प्रत्याशी अनुपस्थित रहे। कमेटी के चेयरमैन करण सिंह दलाल ने कहा कि अनुपस्थित प्रत्याशियों से भी व्यक्तिगत रूप से बातचीत की जाएगी या उन्हें एक और बैठक में बुलाया जाएगा। इस प्रक्रिया के बाद ही हाईकमान को अंतिम रिपोर्ट सौंपी जाएगी।
बरवाला से कांग्रेस के पूर्व विधायक और प्रत्याशी रामनिवास घोड़ेला ने आरोप लगाया कि उनकी हार का कारण भीतरघात था, जिसके बारे में उन्होंने लिखित शिकायत और दो पेन ड्राइव सबूतों के तौर पर दी हैं। पेन ड्राइव में कांग्रेस नेताओं की कॉल रिकॉर्डिंग भी शामिल हैं, जिन पर आरोप है कि उन्होंने विरोधी दल को वोट डलवाए। उन्होंने कहा कि वे यह शिकायत राहुल गांधी को भी भेजेंगे।
कांग्रेस हाईकमान को सौंपी जाएगी रिपोर्ट
बैठक के बाद, कमेटी हरियाणा चुनाव में EVM और भीतरघात के मुद्दों पर आधारित विस्तृत रिपोर्ट तैयार करेगी। इस रिपोर्ट को कांग्रेस हाईकमान के सामने पेश किया जाएगा, जिसके आधार पर पार्टी कोर्ट में भी अपनी अपील दायर कर सकती है।