अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा में विवाद हो गया है। महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने हरियाणा में BJP के विधायक रणधीर पनिहार पर बदसलूकी के आरोप लगाने के बाद जोधपुर में बिश्नोई समाज के लोगों से मीटिंग की।
इस मीटिंग में अध्यक्ष देवेंद्र बुढ़िया ने सोमवार को रणधीर पनिहार और उनके बीच हुए घटनाक्रम के बारे में विस्तार से बताया। देवेंद्र बुढ़िया ने बताया कि विधानसभा चुनाव के समय से ही संरक्षक महोदय (कुलदीप बिश्नोई) और मेरे बीच खटपट चल रही थी। मुझे कहा गया कि आपको 10 करोड़ का टारगेट दिया जाता है कि आप समाज से चंदा एकत्रित करके लाकर दो। उसमें मैं असफल रहा। लोगों ने मुझे दिए नहीं। मुझसे कहा लिस्ट दे दो, मैंने लिस्ट शुरुआत में दी। मेरे से जो हो सका मैंने किया।
देवेंद्र ने कहा कि अब समाज को निर्णय लेना है कि उनको क्या करना है। बुधवार को दोपहर 2 बजे दोबारा मीटिंग होगी। जिसमें समाज जो फैसला करेगा वह सर्वमान्य होगा। इसके साथ उन्होंने कुलदीप बिश्नोई पर भी कई आरोप लगाए।
कुलदीप ने कहा समाज का धरना समाप्त होते ही मेरे पास फोन आया कि आपने सीएम के सामने मेरा नाम नहीं लिया। मैंने बताया कि मेरा ज्यादा नंबर बोलने का आया नहीं और धरना समाप्त करने में क्या नाम लेना था, मगर मैंने फिर भी सॉरी बोला। इसके बाद मुझसे इस्तीफा मांगा गया। मैंने कहा मैं रास्ते में इस्तीफा नहीं दूंगा, मैं मिलकर दूंगा। चुनाव से पहले भी मेरे सामने कहा था। मैं दूसरा अध्यक्ष बनाऊंगा। मैंने कहा आपकी मर्जी है जी जो बनाओ।
कुलदीप ने चौधरी भजनलाल की तस्वीर के सामने हाथ रखकर कहा कि मैं पिता जी कि कसम खाता हूं आपको प्रधान नहीं रहने दूंगा। मैंने कहा ऐसा क्या हो गया जी। बस मुझे आपको नहीं बनाना है, आप इस्तीफा दो। मैंने कहा कि मैं इस्तीफा मिलकर दूंगा। फिर उन्होंने कहा ठीक है आप टिकट बुक करवाओ। मैं टिकट बुक करवाकर दिल्ली पहुंच गया।