Vijayadashami 2023

Vijayadashami 2023 : देश के सबसे बड़े 171 फीट के रावण का पंचकूला में दहन, पानीपत में लंका के साथ दशानन का अंत

धर्म पानीपत बड़ी ख़बर हरियाणा

Vijayadashami 2023 : संपूर्ण भारत में आज दशहरा यानि विजयदशमी का पर्व मनाया जा रहा है। दशहरे के दिन जगह-जगह पर रावण और उसके दोनों भाइयों मेघनाथ और कुंभकरण के पुतले जलाए जाते हैं। ऐसा बुराई पर अच्छाई की जीत को दर्शाने की लिए किया जाता है। हरियाणा के कुछ जिलों में रावण का दहन शाम 5:41 बजे किया गया। वहीं पानीपत में पहली बार रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के साथ-साथ लंका दहन और लंकिनी का भी दहन किया गया। जो कि इस बार आकर्षण का केंद्र भी बना। यहां पुतलों की आंखों से अंगारे बरसें।

करनाल में रावण का दहन भाजपा के लोकसभा सांसद संजय भाटिया ने किया। इस बार पंचकूला के सेक्टर-5 स्थित शालीमार ग्राउंड में देश के सबसे ऊंचे 171 फीट के रावण के पुतले का दहन किया गया। इसके निर्माण पर 18 लाख रुपये खर्च किए गए हैं। दशहरा समारोह स्थलों पर श्रद्धालुओं की काफी संख्या में भीड़ पहुंची है। वहीं पंचकूला के बाद सबसे ऊंचा 125 फीट का रावण रेवाड़ी के गांव बेरली में जलाया गया। रेवाड़ी शहर में दशानन के पुतले की 51 फीट लंबी मूंछें भी आकर्षण का केंद्र रही। इसके साथ अंबाला के बराड़ा में भी 125 फीट का रावण जलाया जाना था, लेकिन पुतला खड़ा करते समय क्षतिग्रस्त हो गया।

रावण 2

25 कारीगरों ने मिलकर बनाया सबसे बड़ा रावण

Whatsapp Channel Join

पंचकूला में 171 फीट के इस रावण को बनाने में 25 कारीगर लगे थे। इस पर करीब 18 लाख रुपये खर्च किए गए हैं। इस पुतले को बनाने में करीब 25 क्विंटल लोहा, 500 बांस के टुकड़े, 3000 मीटर लंबा मैट, 3500 मीटर कपड़ा लगाया गया। एक क्विंटल फाइबर से रावण का चेहरा तैयार किया गया। साथ ही इसके अंदर इको फ्रेंडली पटाखे लगाए गए। जिन्हें तमिलनाडु से मंगवाया जा रहा है। रिमोट से रावण के पुतले का दहन किया गया।

रावण 1 1

करनाल में 65 फीट का जला रावण, सांसद संजय भाटिया ने दबाया रिमोर्ट से बटन

करनाल में सेक्टर-4 स्थित ग्राउंड में 65 फीट का रावण जला। सांसद संजय भाटिया ने रिमोट का बटन दबाकर रावण का दहन किया। वहीं मेघनाथ के 50 फीट के पुतले का दहन करनाल के एसपी शशांक कुमार सावन ने किया, जबकि कुभकर्ण के 50 पुतले का दहन शहर की मेयर रेनू बाला गुप्ता ने किया। इस दौरान रावण दहन को देखने के लिए शहरभर से काफी संख्या में लोग पहुंचे। वहीं जैसे ही रावण का दहन हुआ तो उसकी लकड़ी उठाने के लिए लोगों की भीड़ रावण के पुतले की तरफ भागी। पुलिस ने भीड़ का काबू करने के भरकस प्रयास किए, लेकिन भीड़ को रोक नहीं पाए और जले पुतले की लकड़ी उठाकर लेकर गए।

रावण 11

प्रदेशभर में पुलिस प्रशासन ने पुख्ता किए हैं सुरक्षा के प्रबंध

दशहरा पर्व के लिए प्रदेशभर के विभिन्न जिलों में रावण दहन को लेकर लगाए गए मेले में पुलिस-प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए हैं। करनाल शहर के मुख्य आयोजन स्थल सेक्टर-4 के दशहरा मैदान में करीब 500 पुलिस कर्मी तैनात किए गए। हर आने-जाने वाले व्यक्ति को तलाशी के बाद ग्राउंड में जाने दिया गया। मेले में ड्रोन से भी पैनी नजर रखी गई। एसपी शशांक कुमार सावन ने 24 घंटे पहले ही पुलिस कर्मियों की डयूटी लगाकर उन्हें तैनात कर दिया था।

रावण 13

रेवाड़ी में 101 फीट के रावण का दहन, बरेली में 125 फीट ऊंचे रावण का जलाया पुतला

रेवाड़ी की नई अनाज मंडी के पास खुले मैदान में 101 फीट रावण का दहन किया गया। भगवान श्रीराम ने तीर मारकर बुराई के प्रतीक रावण को आग लगाई। वहीं शहर के अलावा कई गांवों में भी जगह-जगह रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतलों का दहन किया गया। इसके अलावा गांव बेरली में 125 फीट ऊंचे रावण का अंत किया गया। शहर में दशानन के पुतले की 51 फीट लंबी मूंछें आकर्षक का केंद्र रहीं। वहीं मोहल्ला छीपटवाड़ा में दोपहर के समय ही किसी शरारती तत्व ने रावण के पुतले को आग के हवाले कर दिया।

रावण 12

प्रदूषण रोकथाम के लिए ग्रीन पटाखों का किया इस्तेमाल

सभी जगह जलाए जाने वाले पुतलों में ग्रीन पटाखे इस्तेमाल किए। जिससे प्रदूषण ना फैले। रेवाड़ी में 101 फीट ऊंचे पुतले की खास बात ये रही कि जलने के बाद भी ये पुतला गिरा नहीं, क्योंकि इसमें लोहे के ढांचे का प्रयोग किया गया था। इसे बनाने में 5 कारीगर को 22 दिन का समय लगा। शहर में इतनी ऊंचाई के रावण का पुतला पहली बार बनाया गया था। हुडा ग्राउंड में होने वाले मुख्य कार्यक्रम को लेकर पुलिस की तरफ से व्यापक इंतजाम रहे। कार्यक्रम स्थल को भी चारों तरफ लोहे की बैरिकेडिंग करके कवर किया गया था। ग्राउंड में लगे पुतले के चारों तरफ बैरिकेडिंग की गई, ताकि किसी तरह की अफरा-तफरी का माहौल पैदा न हो।

रावण 14

शहरों में निकाली गई शोभायात्रा, दहन से पहले हुआ राम-रावण का युद्ध

रावण दहन से पहले प्रदेशभर के विभिन्न शहरों में शाम 4 बजे से शोभायात्रा निकलनी शुरू हो गई थी। यह शोभा यात्राएं शहर के मेन बाजार से होते हुए रावण दहन कार्यक्रम स्थल तक पहुंची। कार्यक्रम स्थल पर रामायण चौपाईयों के साथ राम-रावण के बीच युद्ध दिखाया गया। इसके बाद बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक रावण के पुतलों का दहन किया गया। यात्रा के दौरान भी किसी तरह ट्रैफिक बाधित ना हो, इसलिए पुलिस कर्मियों के साथ रामलीलाओं के आयोजक और कार्यकर्ता तैनात रहे।