अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला 2025 और ताज महोत्सव 2025, इस बार फिर देश-विदेश के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए तैयार हैं। फरीदाबाद और आगरा में आयोजित होने वाले इन दोनों महोत्सवों में न केवल भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर दिखेगी, बल्कि अंतरराष्ट्रीय कलाकारों और शिल्पकारों का अनूठा संगम भी देखने को मिलेगा।

सूरजकुंड मेला 2025: हस्तशिल्प, कला और संस्कृति का अंतरराष्ट्रीय मंच
फरीदाबाद में 7 फरवरी से 21 फरवरी तक चलने वाले 38वें अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले का भव्य शुभारंभ शुक्रवार को केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत करेंगे। इस बार यह मेला पहले से भी अधिक भव्य होगा, जहां मध्य प्रदेश और उड़ीसा थीम स्टेट के रूप में दर्शकों का आकर्षण बने रहेंगे।

- 1200 स्टॉल्स में देश-विदेश की हस्तशिल्प कला की प्रदर्शनी
- 6 BIMSTEC देशों की भागीदारी, जिसमें नेपाल, भूटान, श्रीलंका, म्यांमार, थाईलैंड और बांग्लादेश के
शिल्पकार और कलाकार अपने अनूठे हुनर का प्रदर्शन करेंगे
- 600 से अधिक विदेशी कलाकार, जो लोकनृत्य और संगीत से मेले में रंग भरेंगे
- तीन पवेलियन, जिनमें गोवा और उड़ीसा के विशेष स्टॉल आकर्षण का केंद्र होंगे
- 600 सीसीटीवी कैमरे और 2000 पुलिसकर्मियों की तैनाती, ताकि सुरक्षा व्यवस्था बनी रहे
- 15 सेल्फी प्वाइंट्स, जहां दर्शक अपनी यादों को कैद कर सकेंगे
हर साल की तरह इस बार भी सूरजकुंड मेला न केवल हस्तशिल्प और कलात्मक वस्तुओं की खरीदारी के लिए खास होगा, बल्कि यहां लोक संगीत, नृत्य और रंगारंग प्रस्तुतियां भी दर्शकों को लुभाएंगी।

ताज महोत्सव 2025: संगीत, नृत्य और विरासत का भव्य उत्सव
आगरा में 18 फरवरी से 27 फरवरी तक आयोजित ताज महोत्सव 2025 भारतीय संगीत, नृत्य और कला प्रेमियों के लिए एक सुनहरा अवसर होगा। इस बार महोत्सव का आयोजन शिल्पग्राम, फतेहपुर सीकरी, ताज व्यू गार्डन और बटेश्वर में किया जाएगा, जहां दर्शकों को अद्भुत सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देखने को मिलेंगी।
प्रसिद्ध कलाकारों की होंगी प्रस्तुतियां
- 18 फरवरी: श्रद्धा मिश्रा की भजन संध्या
- 19 फरवरी: लोक गायिका मालिनी अवस्थी की लोकगीत प्रस्तुति
- 20 फरवरी: अग्नि बैंड का ऊर्जावान संगीत कार्यक्रम
- 21 फरवरी: पंजाबी गायक जस्सी गिल और आस्था गिल का धमाकेदार परफॉर्मेंस
- 22 फरवरी: बृजेश शांडिल्य का गायन, प्रेम प्रकाश दुबे की आरती और भजन संध्या
- 23 फरवरी: पीयूष मिश्रा और कनिका कपूर की प्रस्तुति, साथ ही साबरी ब्रदर्स का सूफी संगीत
- 25 फरवरी: कॉमेडियन सुनील ग्रोवर की जबरदस्त कॉमेडी
- 26 फरवरी: कन्हैया मित्तल की भजन संध्या
- 27 फरवरी: महोत्सव का समापन सचेत-परंपरा की प्रस्तुति के साथ
इसके अलावा, ताज महोत्सव के दौरान आगरा में फूलों की प्रदर्शनी, ग़ज़ल संध्या, लोकनृत्य और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा।

संस्कृति और विरासत का महाकुंभ
सूरजकुंड मेला और ताज महोत्सव, दोनों ही भारत की अद्भुत सांस्कृतिक विरासत को जीवंत करते हैं। जहां सूरजकुंड मेला भारतीय और अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प, कला और शिल्पकारों के लिए एक मंच प्रदान करता है, वहीं ताज महोत्सव संगीत, नृत्य और साहित्य के प्रेमियों को एकजुट करता है। इन दोनों महोत्सवों का अनुभव न केवल भारतीय संस्कृति को करीब से जानने का अवसर देता है, बल्कि विश्वभर के कलाकारों और शिल्पकारों की अनूठी प्रस्तुतियों को देखने का भी मौका देता है।