लोहारू में एक दलित छात्रा की आत्महत्या के बाद राजनीतिक माहौल गरमा गया है। इस मामले में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच सोशल मीडिया पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इस घटना को लेकर भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा,
“दलित बेटियां आज भाजपा सरकार की उपेक्षा का शिकार हो रही हैं। फीस न भर पाने के कारण उन्हें आत्महत्या करनी पड़ रही है।”
सुरजेवाला ने इस घटना को भाजपा की दलित विरोधी नीतियों का परिणाम बताया।
भाजपा का पलटवार
सुरजेवाला के ट्वीट पर हरियाणा बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा,
“कांग्रेस हमेशा दलितों के नाम पर अपनी राजनीति चमकाने का काम करती है।”
बीजेपी ने आरोप लगाया कि यह घटना कांग्रेस विधायक राजवीर फरटिया के कॉलेज में हुई है, जहां छात्रा पर दबाव बनाया गया।
विधायक के रिश्तेदारों पर गंभीर आरोप
मृतका के परिजनों ने कांग्रेस विधायक राजवीर फरटिया के रिश्तेदारों पर छात्रा को आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि कॉलेज प्रशासन की लापरवाही और छात्रा पर दबाव ने उसे यह कदम उठाने पर मजबूर किया।
कांग्रेस महासचिव कुमारी शैलजा और सुरजेवाला का ट्वीट
कांग्रेस महासचिव कुमारी शैलजा और रणदीप सुरजेवाला ने मामले को दलित अत्याचार से जोड़ते हुए भाजपा सरकार को घेरा। वहीं, भाजपा ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि कांग्रेस अपने विधायक और उनके रिश्तेदारों के कृत्यों को छुपाने की कोशिश कर रही है।
मामला दर्ज, जांच जारी
पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है। दलित छात्रा की आत्महत्या ने राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी है, और इस मामले में आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है।
फरटिया भीमा गांव निवासी जगदीश कुमार ने अपनी बेटी कुमारी दीक्षा की आत्महत्या के लिए चार लोगों पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है। दीक्षा, जो शारदा महाविद्यालय सिघानी में बीए 3rd वर्ष की छात्रा थी, अपनी फीस समय पर जमा न करा पाने के कारण तनाव में थी। इसका परिणाम यह हुआ कि 6 दिसंबर को उसका पहला पेपर छूट गया, जिससे वह मानसिक रूप से प्रभावित हो गई।
जगदीश कुमार का कहना है कि महाविद्यालय के प्रिंसिपल और हनुमान गांव के श्यामकलां निवासी हनुमान के बेटे राहुल ने उनकी बेटी को गलत काम करने के लिए दबाव बनाया और उसे बार-बार फोन कर परेशान किया। 24 दिसंबर को राहुल ने रात 9 बजे दीक्षा को लगातार फोन किए, जिससे वह अत्यधिक मानसिक दबाव में आ गई और उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
इस घटना के बाद, जगदीश कुमार ने 25 दिसंबर को थाना लोहारू में शिकायत दी, जिसके आधार पर पुलिस ने धारा 194 BNSS के तहत मामला दर्ज किया। पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट प्राप्त करने के बाद, मृतका का विसरा भी सुरक्षित कर लिया।
थाना लोहारू में 27 दिसंबर 2024 को प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) दर्ज की गई है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। जगदीश कुमार ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की है, ताकि उनकी बेटी की आत्मा को शांति मिल सके और न्याय मिले। पुलिस प्रशासन ने इस मामले में स्पेशल रिपोर्ट और एफआईआर को संबंधित अधिकारियों और क्षेत्रीय मजिस्ट्रेट को भेज दिया है।