Kurukshetra के पिहोवा में 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च में शामिल होकर घर लौट रहे भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के सदस्य पर बदमाशों ने जानलेवा हमला किया। यह हमला पुरानी रंजिश का परिणाम बताया जा रहा है, लेकिन किसान यूनियन ने बीजेपी नेता पर हमलावरों को मदद देने का आरोप लगाया है। घटना के बाद किसान यूनियन के सदस्य DSP पिहोवा से मिलने पहुंचे और चेतावनी दी कि यदि कार्रवाई नहीं हुई, तो वे बड़ा कदम उठाएंगे।
अजय जांगड़ा, निवासी लोहार माजरा, ने बताया कि वह 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च में शामिल होकर ट्रैक्टर से घर लौट रहे थे। जैसे ही वह भौर सैयदां गांव के पास पहुंचे, अचानक कुछ युवकों ने उनका रास्ता रोक लिया। इसके बाद 7-8 हमलावरों ने गंडासी और बिंडो से उन पर बुरी तरह हमला किया, जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गए।
पुलिस पर राजनीतिक दबाव का आरोप
पिहोवा के किसान यूनियन के नेताओं ने इस हमले की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई, लेकिन आरोप है कि पुलिस ने मामूली धाराओं में मामला दर्ज कर जांच को कमजोर करने की कोशिश की। प्रिंस वड़ैच ने आरोप लगाया कि बीजेपी नेता के दबाव में पुलिस यह कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि कॉल डिटेल की जांच से मामले में और तथ्य सामने आ सकते हैं।
वीडियो सबूत
किसान यूनियन ने पुलिस को हमले की वीडियो भी सौंप दी, जिसमें साफ दिख रहा है कि आरोपियों ने अजय को ट्रैक्टर से नीचे खींचकर उसे बुरी तरह पीटा। बावजूद इसके पुलिस ने FIR दर्ज करने में 32 घंटे का वक्त लिया, जिससे मामला और संदिग्ध हो गया है। किसान यूनियन ने DSP पिहोवा से मुलाकात के बाद चेतावनी दी है कि अगर पुलिस ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो वे बड़े कदम उठाने को मजबूर होंगे।