हरियाणा में नई सरकार के गठन के साथ मंत्रियों की सूची को अंतिम रूप देने का काम तेज हो गया है। दिल्ली में वरिष्ठ पार्टी नेताओं के साथ कई दौर की वार्ता के बाद इस सूची को 15 अक्टूबर तक अंतिम रूप देने की संभावना है। चर्चा है कि 17 अक्टूबर को मुख्यमंत्री के साथ 10 मंत्री शपथ ले सकते हैं, जबकि बाकी बची हुई 4 सीटों के लिए मंत्रियों की नियुक्ति बाद में होगी। हरियाणा में मंत्री पदों की अधिकतम सीमा 14 है।
वरिष्ठ नेताओं को मिलेगी प्राथमिकता, जातीय और क्षेत्रीय संतुलन पर फोकस
इस बार के मंत्रिमंडल में पुराने और नए चेहरों का संतुलन बनाए रखा जाएगा। पूर्व गृह मंत्री अनिल विज, मूलचंद शर्मा, और महिपाल ढांडा के नाम लगभग तय माने जा रहे हैं। नए चेहरों में जातीय और क्षेत्रीय संतुलन को ध्यान में रखते हुए चेहरे तलाशे जा रहे हैं। इनमें वैश्य बिरादरी से विपुल गोयल (फरीदाबाद) और घनश्याम सर्राफ (भिवानी), यादव कोटे से राव नरवीर (बादशाहपुर) और आरती राव (अटेली), एससी कोटे से कृष्ण लाल पंवार (इसराना) और कृष्ण कुमार बेदी (नरवाना) शामिल हैं।
मंत्रिमंडल में सामाजिक संतुलन
जाट और महिला कोटे से कृष्णा गहलोत (राई), पंजाबी समाज से डॉ. कृष्ण मिड्डा (जींद), और प्रमोद विज (पानीपत) जैसे नामों की चर्चा हो रही है। ब्राह्मण समाज से मूलचंद शर्मा के अलावा डॉ. अरविंद शर्मा (गोहाना) और राजकुमार गौतम (सफीदों) संभावित मंत्री पद के दावेदार हैं। राजपूत समाज से श्याम सिंह राणा और योगेंद्र राणा तथा गुर्जर समाज से राजेश नागर का नाम भी संभावित मंत्रियों में शामिल है।
जाटलैंड में गैर-जाट विधायकों को मंत्री बनाने की योजना
भाजपा हाईकमान इस बार जाटलैंड में गैर-जाट विधायकों को मंत्री बनाने की कवायद कर रहा है। पार्टी का खास ध्यान सोनीपत, जींद और हिसार जिलों पर है। जींद से तीसरी बार चुनाव जीते डॉ. कृष्ण मिड्डा को मंत्री बनाए जाने की चर्चा है। इसी तरह नरवाना से कृष्ण कुमार बेदी और हिसार से ओबीसी समुदाय के रणवीर गंगवा और रणधीर पनिहार के नाम भी संभावित सूची में शामिल हैं। सोनीपत से कृष्णा गहलोत और डॉ. अरविंद शर्मा के नामों की भी चर्चा है।
इन संभावित नामों और समाजिक संतुलन के साथ, नई सरकार के मंत्रिमंडल को 17 अक्टूबर को शपथ दिलाई जा सकती है।