(समालखा से अशोक शर्मा की रिपोर्ट) अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन की जिला कमेटी और दलित अधिकार मंच पानीपत के नेतृत्व में ग्रामीण सफाई कर्मियों ने समालखा उपमंडल परिसर में प्रदर्शन करते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नाम उपमंडल अधिकारी नागरिक (एसडीएम) समालखा को ज्ञापन सौंपा। इसके बाद ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की मांगों का समाधान करवाने के लिए नायब तहसीलदार राहुल राठी को मांग पत्र सौंपा गया।
अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन के राज्य संयुक्त सचिव राजेंद्र ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि 22 अक्तूबर को प्रदेश के चार संगठनों दलित अधिकार मंच हरियाणा, दलित अधिकार आंदोलन, अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन व भारतीय खेत मजदूर यूनियन की कैथल में आयोजित हुई कन्वेंशन में ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के समर्थन में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पेश किया गया है। गौरतलब है कि प्रदेश के करीब 11000 ग्रामीण सफाई कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर 10 अक्तूबर से हड़ताल पर हैं। सफाई का कार्य करने वाले यह कर्मचारी जिस पृष्ठभूमि से आते हैं, उन तबकों को समाज में सदियों से हाशिए पर धकेला गया है। आज भी यह तबका आर्थिक व सामाजिक भेदभाव का शिकार हैं।
संयुक्त सचिव राजेंद्र ने कहा कि ग्रामीण सफाई कर्मचारी गांवों में सफाई व्यवस्था सुचारू रखने का बेहद महत्वपूर्ण काम करते हैं, लेकिन राज्य सरकार उन्हें काम के मुताबिक वेतन नहीं दे रही और न ही किसी तरह की सामाजिक सुरक्षा दी जा रही है। लगातार बढ़ती महंगाई में ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को सरकार द्वारा दिए जा रहे वेतन में परिवार का गुजारा चलना मुश्किल हो रहा है।
दलित अधिकार मंच के जिला संयोजक एडवोकेट दयानंद पंवार ने मांग करते हुए कहा कि ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की मांग पर उन्हें पक्का कर्मचारी बनाया जाए और समान काम के लिए समान वेतन लागू किया जाए। गांवों में 2000 की आबादी पर तैनात एक सफाई कर्मचारी पर काम का बोझ भी बहुत ज्यादा है, इसलिए 400 की आबादी पर एक कर्मचारी तैनात किया जाए। चारों संगठन ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की उपरोक्त मांगों समेत अन्य सभी मांगों का समर्थन करते है और इनकी मांगों को उचित मानते हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार ने भी स्वच्छ भारत अभियान का नारा दिया है। इसे साकार करने के लिए सफाई कर्मियों की मांगों का समाधान करना जरूरी है। इस मौके पर जोगिंद्र, अरविंद वकील, प्रेमचंद चौहान, रानी बिहोली, प्रेमचंद चौकीदार, सूबेदार जयभगवान, साकीजुल बंगाली और सामत बंगाली सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।