हरियाणा के रोहतक में रेहड़ी संचालकों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ सोमवार को प्रदर्शन किया है। उनका कहना है कि पुलिस उन्हें बिना किसी सुनवाई के हटा रही है और इसके चलते उन्हें अपने रोजगार से बाहर कर दिया जा रहा है। इस प्रकार के एतराज के बाबजूद, पुलिस ने सड़कों पर लगी रेहड़ियों को हटाने का आदेश जारी किया है, जिसका समर्थन करने के लिए रेहड़ी संचालक समूह ने प्रदर्शन का आयोजन किया। प्रदर्शन में शामिल होने वाली एक रेहड़ी संचालिका ने अपनी करीब 5 महीने की बच्ची को साथ लेकर यह साबित करने का प्रयास किया है कि रेहड़ी संचालक भी एक परिवार का हिस्सा हैं और उन्हें भी अपने रोजगार का हक मिलना चाहिए।
रेहड़ी लगाने वाली एक महिला ने बताया कि उसे और उसके पति को रोजगार के लिए लड़ना पड़ता है, और पुलिस ने उनकी रेहड़ी को बार-बार पलट दिया है। उन्हें धमकी दी जा रही है कि अगर वह रेहड़ी नहीं लगाएंगी तो उन्हें अपने परिवार का पेट कैसे भरेंगे और बच्चों का पालन-पोषण कैसे करेंगे। रेहड़ी एसोसिएशन के प्रधान ने भी यह दावा किया कि पुलिस उन पर अत्याचार कर रही है, और उन्हें समस्याएँ सुनने के लिए समय देने में कोई रुचि नहीं दिखा रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें समय पर पूरी नहीं की गईं तो वे और भी अधिक आंदोलन करेंगे।