हरियाणा के जिला रोहतक में देश के उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि आज भारत पर दुनिया निगाह टिकी हुई है। देश की अर्थव्यवस्था लगातार बढ़ रही है। आने वाले वर्ष 2047 तक भारत राष्ट्र की तीसरी बड़ी शक्ति के रूप में होगा। जगदीप धनखड़ ने पिछली सरकारों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि 50 साल पहले की स्थिति कैसी थी और अब कितना बदलाव हुआ है।
उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ मंगलवार को महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) के टैगोर सभागार में आयोजित 18वें दीक्षांत समारोह में संबोधित कर रहे थे। दीक्षांत समारोह में उप राष्ट्रपति मुख्यातिथि के रूप में शामिल हुए। हरियाणा के राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय ने दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता की। सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति सूर्यकांत और हरियाणा के उच्चतर शिक्षा मंत्री मूलचंद शर्मा ने समारोह में बतौर विशिष्ठ अतिथि शिरकत की। उन्होंने डिग्री ग्रहण कर रहे छात्रों से आह्वान किया कि देश को आगे ले जाने में उनका अहम योगदान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हरियाणा दिनों-दिन तरक्की कर रहा है। इसका कारण यह भी है कि यहां डिग्री पाने वालों में ज्यादा भागीदारी लड़कियों की है। जिस देश में महिलाएं शिक्षित होंगी, वह देश हमेशा तरक्की करेगा।

बता दें कि एमडीयू के 18वें दीक्षांत समारोह में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति सूर्यकांत को डी लिट (डॉक्टर ऑफ लेटर्स-ला)(आनरिस कोजा) की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया। इस दौरान उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने 1216 विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की गई। जिसमें 740 महिलाएं और 476 पुरुष शामिल रहे। वहीं एमडीयू में दीक्षांत समारोह के दौरान सुरक्षा की दृष्टिगत कैंपस पुख्ता प्रबंध किए गए। सभागार में बिना पहचान पत्र किसी को भी प्रवेश नहीं दिया गया।
राष्ट्रपति ने देश में बढ़ते वृद्ध आश्रमों के प्रचलन पर व्यक्त की चिंता
इस मौके पर उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि आज से 50 वर्ष पहले का भारत और अब के भारत में दिन-रात का फर्क है। भारत वर्ष 2030 में विश्व की तीसरी शक्ति और वर्ष 2047 में विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है। विश्व भारत की ओर देख रहा है, इसलिए हम सबको मिलकर देश हित में सोचना होगा। उप राष्ट्रपति ने देश में बढ़ते वृद्ध आश्रमों के प्रचलन पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने छात्र-छात्राओं से आह्वान किया कि वह जिंदगी में बड़ों का सम्मान करना कभी न भूलें। देश में वृद्ध आश्रम नाम की कोई चीज नहीं होनी चाहिए, क्योंकि यह हमारी संस्कृति के खिलाफ है।

उच्च शिक्षा नौकरी पाने के लिए नहीं, बल्कि देने के लिए होनी चाहिए : राज्यपाल
हरियाणा के राज्यपाल भंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है और महिलाएं शिक्षित हो रही हैं। प्रधानमंत्री का सपना है कि देश विश्व गुरु बने। दीक्षांत समारोह के दौरान हरियाणा परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि प्रधनमंत्री के नेतृत्व में दो बड़ी यूनिवर्सिटी बनाई गई, जिसमें विदेशों तक छात्र शिक्षा ग्रहण करने आते हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि शिक्षा नौकरी पाने के लिए नहीं बल्कि नौकरी देने के लिए होनी चाहिए। परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने खिलाड़ियों को लेकर बड़ा बयान दिया। शर्मा ने कहा कि खिलाड़ियों को लेकर सरकार हमेशा चिंतित रही है। आज नई नीति पर काम करने की जरूरत है। सरकार ने हमेशा खिलाड़ियों की भलाई का काम किया है।
कोहरे के चलते हेलीकॉप्टर की बजाय सड़क मार्ग से पहुंचे उप राष्ट्रपति
रोहतक के महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के 18वें दीक्षांत समारोह पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के लिए मंगलवार को उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ सड़क मार्ग से पहुंचे। बता दें कि कोहरे के चलते हेलीकॉप्टर पर रोक लगा दी गई। ऐसे में सुरक्षा एजेंसी को उनका रूट प्लान बदलना पड़ा। जिसके कारण उपराष्ट्रपति सड़क मार्ग से रोहतक स्थित एमडीयू में पहुंचे।

उप राष्ट्रपति सहित कई विशिष्ट अतिथियों के आगमन को देखते हुए रोहतक में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े प्रबंध रहे। जिला मजिस्ट्रेट अजय कुमार ने अपराध प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 के तहत 26 दिसंबर को जिले में मानव रहित हवाई वाहन जैसे ड्रोन आदि के प्रयोग पर प्रतिबंध लगाया है। इस दौरान प्रशासन की ओर से निर्देश दिए गए थे कि अगर कोई व्यक्ति आदेशों का उल्लंघन करता पाया जाता है तो उसके खिलाफ कानून के प्रावधानों के अनुरूप कार्रवाई की जाएगी।
शहरभर में 25 जगहों पर रही नाकाबंदी
वहीं रोहतक में उप राष्ट्रपति के आगमन पर उनकी सुरक्षा को लेकर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही। 10 राजपत्रित अधिकारियों की निगरानी में जगह-जगह पुलिस बल तैनात किया गया। शहरभर में करीब 25 जगहों पर नाकाबंदी रही। यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए ट्रैफिक पुलिस में अतिरिक्त जवान तैनात किए गए हैं। इसके अलावा एमडीयू के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में डिग्री लेने वाले सिर्फ उन्हीं विद्यार्थियों को अंदर प्रवेश दिया गया, जिनके पास आईडी कार्ड थे।