कहते हैं ना जन्म देने वाले से बचाने वाला बड़ा होता है। यह कहावत यमुनानगर में एकदम से स्टीक बैठी। महज ढाई घंटे पहले जन्मे नवजात बच्चे को कलयुगी माता-पिता डस्टबिन में फेंककर चले गए। लेकिन पालतू कुत्ते ने उसकी जान बचा ली। बच्चा फिलहाल सुरक्षित है उसे यमुनानगर के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
यमुनानगर आईटीआई के पास देर रात एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जिस किसी ने भी उसे सुना उसके रोंगटे खड़े हो गए। तो दूसरी तरफ लोग कलयुगी माता-पिता को कोस रहे हैं जो महज ढाई घंटे पहले जन्मे बच्चे को डस्टबिन में एक पॉलिथीन में फेंककर चले गए। अब पूरा मामला तफसील से आपको बताते हैं। दरअसल देर रात आईटीआई के पास डस्टबिन में एक पॉलिथीन में कलयुगी माता-पिता महज ढाई घंटे के नवजात शिशु को छोड़कर फरार हो गए।

नवजात को पॉलिथिन से बाहर निकाल घुमने लगा कुत्ता
लेकिन उसे नवजात के लिए कुत्ता फरिश्ता बनकर आया। कुत्ते ने डस्टबिन की पॉलिथीन में लिपटे इस बच्चे को बाहर निकाला और उसे लेकर घूमने लगा। जैसे ही लोगों की नजर उसे पर पड़ी तो पुलिस ने तुरंत डायल 112 को इसकी सूचना दी।

कुछ देर बाद यमुनानगर गांधीनगर थाने की पुलिस भी वहां पर पहुंच गई और बच्चे को तुरंत यमुनानगर के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के पैनल ने बच्चों को चेक किया। जांच में बच्चा सुरक्षित पाया गया।

नवजात शिशु पूरी तरह से स्वस्थ
चाइल्ड हेल्पलाइन की डायरेक्टर अंजू बाजपेई ने बताया कि रात करीब नौ बजे थाना गांधीनगर से सूचना मिलने पर वह अस्पताल में पहुंची। नवजात शिशु पूरी तरह से स्वस्थ है। उसके शरीर पर मामूली सा कुत्ते के दांत का निशान है। बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ है और इसे किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ है। बच्चे का वजन पूरा है और कुछ ही घंटे पहले इसका जन्म हुआ है।

