डॉ. सोनिया त्रिखा कल हरियाणा लोक सेवा आयोग में पद और गोपनीयता की शपथ लेंगी। उनके इस त्योहार का शेड्यूल जारी कर दिया गया है। राजभवन में दोपहर 12 बजे के करीब राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय उन्हें शपथ दिलाएंगे और संभावना है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी मौजूद रहेंगे। गवर्नर ने उनकी नियुक्ति के बाद ऑर्डर जारी किए हैं।
इस नियुक्ति को लेकर हरियाणा के सीएम मनोहर लाल के फैसले को राजनीतिक जीत के रूप में देखा जा रहा है। सीएम ने नाराज चल रहे गृह और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को भी मना लिया। उन्होंने डॉ. सोनिया त्रिखा को हरियाणा लोक सेवा आयोग के सदस्य बनाकर अपने भरोसेमंद अधिकारी को साध लिया। डॉ. सोनिया त्रिखा का कार्यकाल 2029 तक होगा। उन्होंने पहले स्वास्थ्य विभाग की महानिदेशक के रूप में काम किया था। उनकी सर्विस का अभी जनवरी 2026 तक का समय बचा है। वे सोमवार को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन करेंगी और फिर मंगलवार को शपथ लेंगी।
एक दिन पहले ही गवर्नर ने जारी किए आदेश
बता दें कि हरियाणा सरकार ने हाल ही में डॉ. सोनिया त्रिखा खुल्लर को हरियाणा लोक सेवा आयोग (एचपीएससी) के सदस्य बनाने का निर्णय लिया है। राज्य के गवर्नर बंडारू दत्तात्रेय ने इसके संबंध में आदेश जारी किए हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के इस फैसले को राजनीतिक जीत के रूप में देखा जा रहा है। मुख्यमंत्री ने पहले ही डॉ. सोनिया त्रिखा को हेल्थ महकमे से हटाया था और इसके बाद विभिन्न स्तरों पर चल रहे विवादों के बावजूद, उन्होंने डॉ. त्रिखा को एचपीएससी के सदस्य बनाया।
राज्य में नौकरशाही की भर्ती करने वाली सर्वोच्च संस्था
मुख्यमंत्री ने डॉ. सोनिया त्रिखा को एचपीएससी के सदस्य के रूप में नियुक्त करने का निर्णय लिया है, जो कि राज्य में नौकरशाही की भर्ती करने वाली सर्वोच्च संस्था है। इस निर्णय के पीछे राजनीतिक रंग हैं, क्योंकि पहले ही डॉ. सोनिया त्रिखा को स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक पद से हटा गया था और इसके बाद उनकी नई नियुक्ति का एक बड़ा हिस्सा चल रहे राजनीतिक विवादों का भी है। एचपीएससी का कार्यक्षेत्र विभिन्न सरकारी सेवाओं की भर्ती और चयन प्रक्रिया में होता है। इसका कार्यक्षेत्र विभिन्न प्रदेशीय सेवाओं और विभागीय पदों की भर्ती के लिए संचालन करना है और यह स्वतंत्रता से काम करता है।
एचपीएससी की जिम्मेदारियां
एचपीएससी की जिम्मेदारियों में लिखित परीक्षा आयोजन, उम्मीदवारों का चयन, सेवा नियमों का पालन और सरकार को सलाह शामिल हैं। इस नियुक्ति के माध्यम से सरकार ने एक अनुभवी व्यक्ति को एचपीएससी में शामिल करके विभिन्न सरकारी सेवाओं में योग्य उम्मीदवारों की चयन प्रक्रिया को मजबूती दी है। यह निर्णय स्थानीय राजनीतिक वातावरण में भी महत्वपूर्ण है और इससे विभिन्न पक्षों के बीच राजनीतिक उतरचढ़ाव की उम्मीद है।