- डीआरआई ने महाराष्ट्र, हरियाणा, तेलंगाना, तमिलनाडु और बिहार में 11 ठिकानों पर एक साथ मारे छापे
- नौ आरोपी गिरफ्तार, लैपटॉप, प्रिंटर, सुरक्षा पेपर और नकली नोट बनाने के उपकरण जब्त
- पूछताछ में बेलगाम में एक और मॉड्यूल का पता चला, देशभर में नेटवर्क फैला हुआ था
Fake Currency Racket: हरियाणा समेत देशभर में नकली नोटों का जाल फैलाने वाले गिरोह के खिलाफ डीआरआई (राजस्व खुफिया निदेशालय) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 11 अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी की। महाराष्ट्र, हरियाणा, तेलंगाना, तमिलनाडु और बिहार में एक साथ ऑपरेशन चलाकर नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। इन छापों के दौरान लैपटॉप, प्रिंटर, पेन ड्राइव, सुरक्षा पेपर, ए-4 साइज के पेपर और महात्मा गांधी के वॉटरमार्क वाले बटर पेपर को जब्त किया गया।
वित्त मंत्रालय के मुताबिक, ये छापे गुरुवार को मारे गए। इससे पहले 8 फरवरी को डीआरआई ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर और कर्नाटक के बेंगलुरु में दो लोगों को गिरफ्तार किया था, जो आरबीआई और भारत लिखे सुरक्षा धागे वाले उच्च गुणवत्ता के कागज के अवैध आयात में संलिप्त थे। इसके अगले ही दिन, 9 फरवरी को डीआरआई ने महाराष्ट्र के ठाणे और हरियाणा के भिवानी में नकली मुद्रा छापने वाले दो और ठिकानों का भंडाफोड़ किया।
मुंबई के विखरोली में मिला नकली नोट छापने का बड़ा ठिकाना
डीआरआई ने मुंबई के विखरोली इलाके में सुरक्षा पेपर के आयातक को भी पकड़ लिया, जहां नकली भारतीय मुद्रा छापने और उन्हें फिनिशिंग देने का एक बड़ा केंद्र मिला। यहां से 50 और 100 रुपये के नकली नोट, कई मशीनें और उपकरण जब्त किए गए।
कोल्हापुर और संगमनेर में डिजिटल सेटअप से छापे जा रहे थे जाली नोट
महाराष्ट्र के संगमनेर और कोल्हापुर जिलों में डीआरआई ने एक और मॉड्यूल पकड़ा, जहां कंप्यूटर और प्रिंटर के जरिए जाली नोट छापे जा रहे थे। पुलिस ने यहां से तीन लोगों को गिरफ्तार किया और बीएनएस (भारतीय मुद्रा अधिनियम) के तहत जांच शुरू कर दी।
पूछताछ में बेलगाम से जुड़े तार, नए ठिकानों का खुलासा
कोल्हापुर में पकड़े गए आरोपियों की पूछताछ में पता चला कि कर्नाटक के बेलगाम में भी एक बड़ा नकली नोट गिरोह सक्रिय था। कोल्हापुर पुलिस ने बेलगाम से तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया। इसके अलावा आंध्र प्रदेश के पश्चिम गोदावरी, बिहार के खगड़िया और हरियाणा के रोहतक में सुरक्षा पेपर के आयातकों का भी खुलासा हुआ। डीआरआई अधिकारियों ने इन जगहों पर भी छापेमारी कर तीन और लोगों को गिरफ्तार किया और मामले की जांच शुरू कर दी।