➤दुष्यंत चौटाला ने मुख्यमंत्री नायब सैनी की आलोचना करते हुए मनोहर लाल खट्टर और अनिल विज की कार्यशैली की तारीफ की।
➤राहुल फाजिलपुरिया पर हुई फायरिंग और बढ़ते अपराधों पर जताई चिंता, सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए।
➤उपराष्ट्रपति के इस्तीफे पर शक जताया, कहा- “वे पूरी तरह स्वस्थ थे, इस्तीफे की असली वजह जल्द सामने आएगी।”
हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री और जननायक जनता पार्टी (JJP) के वरिष्ठ नेता दुष्यंत चौटाला ने बुधवार को गुरुग्राम में प्रदेश की कानून-व्यवस्था और मौजूदा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की प्रशासनिक क्षमता को लेकर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने अपने बयान में पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और पूर्व गृहमंत्री अनिल विज की कार्यशैली की तारीफ करते हुए वर्तमान हालात की तुलना उनसे की।
गुरुग्राम में पत्रकारों से बात करते हुए दुष्यंत ने कहा, “इनसे अच्छे तो मनोहर लाल मुख्यमंत्री थे, जिन्होंने लॉ एंड ऑर्डर को कंट्रोल में रखा। विज साहब होम मिनिस्टर थे तो हालात को खराब नहीं होने दिया। वर्तमान मुख्यमंत्री की पुलिस अधिकारियों पर नाम मात्र की पकड़ है।”
दुष्यंत मंगलवार को गुरुग्राम पुलिस कमिश्नर विकास अरोड़ा से मुलाकात करने पहुंचे थे। उनके साथ JJP के टिकट पर चुनाव लड़ चुके सिंगर और कलाकार राहुल फाजिलपुरिया भी मौजूद थे। हाल ही में फाजिलपुरिया पर हुई फायरिंग की घटना के सिलसिले में दुष्यंत ने पुलिस कमिश्नर से केस को प्राथमिकता से ट्रेस आउट करने और राहुल को तत्काल सुरक्षा देने की मांग की।
उन्होंने कहा, “सिक्योरिटी कवर नहीं दिया गया, इसी वजह से यह फायरिंग की गई। इसका मतलब है कि बदमाश रेकी कर रहे थे और उनका प्रयास जान से मारने का था। यह अकेली घटना नहीं है, प्रदेश में इस तरह की घटनाएं लगातार हो रही हैं।”
दुष्यंत ने यह भी आरोप लगाया कि प्रदेश में आपराधिक घटनाओं में इजाफा हुआ है और यह सरकार की नाकामी को दर्शाता है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि हांसी में उनके पार्टी के व्यापारी सैल के सदस्य रविंद्र सैनी पर सरेआम उनके शोरूम में हमला हुआ था। उन्होंने कहा, “इस तरह की लॉ एंड ऑर्डर सिचुएशन चिंताजनक है। मुझे उम्मीद है कि गुरुग्राम पुलिस फाजिलपुरिया मामले में साजिशकर्ता और फायरिंग करने वालों को जल्द गिरफ्तार करेगी।”
‘दिल्ली से चल रहे रिमोट कंट्रोल वाले मुख्यमंत्री’
एक सवाल के जवाब में दुष्यंत चौटाला ने कटाक्ष करते हुए कहा, “अगर दिल्ली के रिमोट कंट्रोल से मुख्यमंत्री चल रहे हैं, तो उनसे पूछना चाहिए। प्रदेश में हालात बिगड़ रहे हैं।” उनका यह बयान अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा नेतृत्व पर तंज था कि हरियाणा की बागडोर अब दिल्ली से संचालित हो रही है और मुख्यमंत्री के पास प्रशासनिक स्वतंत्रता नहीं है।
उपराष्ट्रपति के इस्तीफे पर संदेह, बोले– ‘वे पूरी तरह स्वस्थ थे’
देश के उपराष्ट्रपति के हालिया इस्तीफे पर भी दुष्यंत चौटाला ने गंभीर संदेह व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “यह न केवल हरियाणा, बल्कि पूरे देश के लिए बड़ा सेटबैक है। उन्होंने हेल्थ का हवाला दिया है, लेकिन असली वजह धीरे-धीरे सामने आएगी।”
उन्होंने आगे कहा कि “मैं एक हफ्ते पहले उनसे मिला था। वे पूरी तरह स्वस्थ दिख रहे थे। अचानक इस्तीफा देना कई सवाल खड़े करता है।”
दुष्यंत का यह बयान राजनीतिक गलियारों में हलचल पैदा कर रहा है, क्योंकि उपराष्ट्रपति के इस्तीफे को लेकर अब तक जो स्पष्टीकरण सामने आया है, उस पर पहली बार किसी वरिष्ठ नेता ने सार्वजनिक रूप से शंका जताई है।