हरियाणा के रेवाड़ी जिले के कस्बा धारूहेड़ा के पार्क व्यू डिलाईट अपार्टमेंट रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के सदस्यों ने पूर्व प्रधान, सचिव, और कोषाध्यक्ष पर सोसाइटी के फंड से एक करोड़ से ज्यादा रुपयों का गबन करने का मामला दर्ज कराया है। सेक्टर-6 धारूहेड़ा थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने के बाद जांच शुरू कर दी है।
सदस्य सरला देवी ने कहा कि 2016 में सोसाइटी के प्रधान मनोज कुमार, सचिव कृष्ण रोहिल्ला, और कोषाध्यक्ष बबरजीत ने सोसाइटी के 404 परिवारों के आईएफएमएस सिक्योरिटी के 75 लाख रुपए फिक्स डिपोजिट के तहत इलाहाबाद बैंक में दो खातों में जमा कराए थे। उन्होंने बताया कि वर्ष 2022 में वर्तमान आरडब्लूए के कार्यकाल समाप्त होने पर चुनाव हुए। नवनिर्वाचित सचिव हरीश शर्मा व कोषाध्यक्ष स्वर्ण कुमार द्वारा उक्त बैंक को इसकी सूचना ई-मेल और पत्र द्वारा दी गई।
बैंक स्टेटमेंट के बाद हुआ खुलासा
बैंक प्रबंधक ने सूचना दी कि उपरोक्त आईएफएमएस सिक्योरिटी के रुपए जो फिक्स डिपोजिट के रूप में जमा थे, निर्वतमान प्रधान मनोज कुमार, सचिव कृष्ण रोहिल्ला और कोषाध्यक्ष बबरजीत द्वारा निकाले जा चुके हैं। उसने बताया कि इसके बाद एक वर्ष की बैंक स्टेटमेंट ली गई, जिससे खुलासा हुआ कि उक्त पदाधिकारियों ने अलग-अलग खातों में रुपए ट्रांसफर किए हैं।
इसके बाद बैंक स्टेटमेंट से पता चला कि मनोज कुमार ने सोसाइटी के खाते से 30,62,384 रुपए और अपनी अन्य फर्म में 25,30,216 रुपए ट्रांसफर किए हैं। यह राशि 1 करोड़ से ज्यादा है। और भी कई ट्रांजेक्शन हैं जिनका खुलासा जांच के बाद होगा। कुछ और लोगों के खातों में भी पैसे ट्रांसफर किए गए हैं, जिनकी राशि लगभग 1 करोड़ से अधिक है।
गबन में तीन लोगों की मिलीभगत
पीड़ित सदस्य सरला ने कहा कि यह सीधे-सीधे 404 परिवारों के साथ विश्वासघात, धोखाधड़ी, और अमानत में खयानत की गई है। इस गबन को मनोज कुमार, कृष्ण रोहिल्ला, और बबरजीत ने मिलीभगत करके किया है। सरला ने आरोप लगाया कि नवनिर्वाचित सचिव हरीश शर्मा के ऊपर जनवरी 2023 में प्रधान मनोज कुमार ने मानेसर के लेबर चौक पर जानलेवा हमला कराया था, जिसकी एफआईआर दर्ज हुई है।
तीनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज
जांचकर्ता अधिकारी सुरेंद्र कुमार ने कहा कि शिकायत मिलने के बाद धारूहेड़ा सेक्टर-6 थाना पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ सोसाइटी के फंड में गबन, धोखाधड़ी करने और साजिश में शामिल होने की धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। इससे पहले शिकायत की जांच भी हो चुकी थी।