मेवात के नूंह में 31 जुलाई को ब्रजमंडल धार्मिक यात्रा के दौरान हुई हिंसक झड़प के बाद पुलिस प्रशासन की कार्रवाई लगातार जारी है। मामले में संज्ञान लेते हुए पुलिस ने नूंह हिंसा में शामिल दो उपद्रवियों का एनकांउटर किया है। उपद्रवियों के गांव सिलखो की पहाड़ी में छिपे होने की बात सामने आई थी।
एनकाउंटर के दौरान एक उपद्रवी के पैर में गोली लगी है, जबकि दूसरे को पुलिस ने दबोच लिया। घायल उपद्रवी को इलाज के लिए नल्हड़ मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। मुठभेड़ के दौरान उपद्रवियों की ओर से पहले क्राइम ब्रांच तावड़ू के प्रभारी संदीप मोर व उनकी टीम पर फायरिंग की गई। अपना बचाव करते हुए प्रभारी संदीप मोर ने फायरिंग की तो एक उपद्रवी के पैर में गोली लग गई।
उपद्रवियों की पकड़ के लिए ड्रोन बना सहारा
पुलिस उपद्रवियों को पकड़ने के लिए ड्रोन का सहारा भी ले रही है। इससे पहले उपद्रवियों की खोज में लगी एसटीएफ टीम ने बुधवार को ड्रोन की मदद से अरावली पहाड़ी पर खोजबीन शुरु की। पुलिस ने यहां छिपे 9 उपद्रवियों को हिरासत में लिया था। सभी उपद्रवी गांव मेवली व नल्हड़ के रहने वाले हैं। पुलिस जांच और पूछताछ के बाद उपद्रवियों की गिरफ्तारी की जाएगी। वहीं पुलिस ने मंगलवार को हिरासत में लिए गए संदिग्ध लोगों में से 8 को गिरफ्तार किया है।
अरावली की पहाड़ी बना उपद्रवियों का ठिकाना
गांव नल्हड़ के समीप अरावली की पहाड़ी उपद्रवियों के छिपने का ठिकाना बनी है। जिनमें नल्हड़ और आसपास के गांवों से काफी युवाओं ने श्रद्धालुओं पर पत्थरबाजी की थी। पहाड़ी का हिस्सा उंचा होने के साथ यहां कई गुप्त रास्ते भी बने हुए हैं। जिससे एसटीएफ और क्राइम ब्रांच की टीम को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में पुलिस की ओर से ड्रोन का सहारा लिया जा रहा है, ताकि संदिग्ध लोगों को काबू किया जा सके। वहीं पुलिस नूंह हिंसा मामले में अब तक 189 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।