हरियाणा के हिसार जिले की ट्रैक्टर मिस्त्री की बेटी और मशहूर पर्वतारोही रीना भट्टी ने CM नायब सिंह सैनी को पत्र लिखकर ग्रुप-ए की सरकारी नौकरी और आर्थिक सहयोग की मांग की है। रीना ने सीएम को संबोधित करते हुए लिखा कि उन्होंने दुनिया की कई दुर्गम चोटियों पर भारत का तिरंगा लहराया है और अब सरकार से सम्मान और सहयोग की अपेक्षा रखती हैं।
रीना का मुख्यमंत्री को भावुक संदेश
अपने पत्र में रीना ने लिखा:
“मैं हिंदुस्तान की सबसे तेज पर्वतारोही, हिसार के बालक गांव की ट्रैक्टर मिस्त्री की बेटी हूं। बीते पांच वर्षों में देश-विदेश की 20 से अधिक चोटियों पर तिरंगा लहराया है। एवरेस्ट और ल्होत्से जैसी ऊंची चोटियों को मात्र 20 घंटे 50 मिनट में फतह किया। अब उम्मीद है कि मेरी उपलब्धियों को पहचान मिले और सरकार मुझे ग्रुप-ए नौकरी व आर्थिक सहारा दे।”
रीना की प्रमुख उपलब्धियां
- 20 घंटे 50 मिनट में एवरेस्ट और ल्होत्से की चढ़ाई पूरी की — दावा है कि ये रिकॉर्ड सबसे तेज है।
- 70 घंटे में माउंट कांग यात्से (6270 मीटर) और माउंट जो जोंगो (6240 मीटर) पर तिरंगा फहराया — पहली हरियाणवी महिला।
- 5 दिन में दुनिया की सबसे तकनीकी पर्वतों में से एक, माउंट अमा डबलाम (6812 मीटर), नेपाल में फतह।
- “हर घर तिरंगा” अभियान के तहत यूरोप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एल्ब्रुस (पूर्व व पश्चिम) पर 24 घंटे में चढ़ाई।
- स्नो लेपर्ड पीक – पीक लेनिन (7134 मीटर), किर्गिस्तान की चोटी को फतेह करने वाली भारत की पहली महिला बनीं।
- ऑक्सफोर्ड वर्ल्ड रिकॉर्ड में 10,000 पुश-अप करके नाम दर्ज।
- दुनिया की सबसे लंबी रिले रेस – “डिप्रेशन अगेंस्ट रनिंग” में हिस्सा लिया।
सरकार से उम्मीद
रीना का कहना है कि वे अपनी आगे की पर्वतारोहण यात्राओं के लिए आर्थिक मदद चाहती हैं, ताकि वह भारत का नाम और ऊंचा कर सकें। उन्होंने कांग्रेस विधायक विनेश फोगाट को मिली 4 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद का हवाला देते हुए समान सहयोग की मांग की है।
रीना का मानना
“मेरी कामयाबी सिर्फ मेरी नहीं, पूरे देश की जीत है। सरकार की पहचान और सहारा मिलेगा तो कई और बेटियां भी उड़ान भरेंगी।”
रीना भट्टी की कहानी न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि प्रतिभा को अवसर और सम्मान मिलना कितना ज़रूरी है। अब देखना यह होगा कि हरियाणा सरकार रीना की इस अपील पर क्या प्रतिक्रिया देती है।