हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि भूपेन्द्र सिंह हुड्डा धीरे-धीरे जेल की तरफ जा रहे हैं और एक कदम ओर आगे बढ गए हैं। इन्होंने (हुड्डा) किसानों को डर दिखाकर जमीनें प्रापर्टी डीलरों को खरीदवा दी है, जोकि बहुत ही बडा स्कैंडल है। अब धीरे-धीरे कलईयां खुल रही है और ये जेल की तरफ चले जाते जाएंगें और ये पक्का जेल में जाएंगे।
विज आज पत्रकारों द्वारा मानेसर जमीन घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा से ईडी द्वारा की गई पूछताछ के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे। शैलजा-रणदीप-किरण (एसआरके) ग्रुप और हुड्डा ग्रुप में जोरअजमाईस पूरी तरह से चल रही।कांग्रेस की अध्यक्ष कुमारी शैलजा द्वारा हिसार से शुरू की गई यात्रा के संबंध में कांग्रेस द्वारा दिए गए नोटिस के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि शैलजा-रणदीप-किरण (एसआरके) ग्रुप और हुडडा ग्रुप में जोरअजमाईस पूरी तरह से चल रही है। वो कहते हैं कि असली हम हैं और वो कहते हैं कि असली हम हैं, जबकि हकीकत यह है कि ये दोनों ही नकली है। इसलिए ये अपने-अपने कार्यक्रम कर रहे हैं और एक-दूसरे के कार्यक्रमों को सही नहीं मान रहे हैं।
राहुल गांधी देश की परिस्थिति से पूरी तरह अनभिज्ञ
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी देश की परिस्थिति से पूरी तरह अनभिज्ञ हैं, क्योंकि देश में अन्याय सबसे ज्यादा कांग्रेस ने किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने एमरजेंसी लगाई और निर्वाचित सरकारों को तोडाने का काम किया। इसी प्रकार कांग्रेस ने साल 1971 के युद्ध में 90 हजार से ज्यादा युद्धबंदियों को बिना कुछ लिए पाकिस्तान को दे दिया। इसके एवज में हम पीओके ले सकते थे या कोई भी शर्त रखते तो उस समय मानी जाती।
कांग्रेस ने कराया देश का बंटवारा
उन्होंने कांग्रेस से सवाल करते हुए कहा कि कांग्रेस ने देश का बंटवारा कराया, जबकि आजादी की लडाई में कहीं भी बंटवारे की बात नहीं थी और ये अपने आपको सेक्यूलर कहते हैं। इन्होंने देश का बंटवारा धर्म के आधार पर करवाया और ये कांग्रेस पार्टी कैसे सेक्यूलर है। इन्होंने (कांग्रेस) हिन्दू और मुसलमान के आधार पर देश का बंटवारा कराया और दस लाख लोग मरवाए। कांग्रेस ने देश का बंटवारा कराया तो विस्थापितों के लिए क्या पोलिसी अपनाई थी, लोग बर्बाद हो गए। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा अन्याय कांग्रेस पार्टी ने किया है, इसलिए राहुल गांधी को प्रायश्चित यात्रा करनी चाहिए। इनके पूर्वजों ने देश के साथ विश्वासघात किया है। उसके लिए भी प्रायश्चित करना चाहिए।
राममंदिर के संबंध में कभी भी नहीं की कोशिश
इसी प्रकार, उन्होंने कहा कि ‘‘मैं यही कहता हूं कि इनका (कांग्रेस) 70 साल तक राज रहा है और इन्होंने (कांग्रेस) राममंदिर के संबंध में कभी भी कोशिश नहीं की। मान लो आप (कांग्रेस) राम को नहीं मानते, लेकिन शासक होेेने के नाते देश की 100 करोड जनता जिसको मानती है यदि उसमें व्यवधान है तो उसको दूर करना शासक का धर्म है, लेकिन कांग्रेस ने कभी भी इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया। उन्होंने कडी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार अब प्राण-प्रतिष्ठा करने जा रही है तो आप (कांग्रेस) इसमें कोई न कोई व्यवधान डालना चाहते हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि सुर और असुर हर युग में रहे हैं। ये ताडका और खरदूषण अब भी हैं जो हडिडयां फेंकना चाहते हैं और व्यवधान डालना चाहते हैं’’। श्री विज ने नसीहत देते हुए कहा कि ‘‘सारा देश नाच रहा है और तुम (कांग्रेस) भी नाचों, ऐसी खोटी बातें मत करों।
केजरीवाल ईडी के नोटिस का जवाब हीं नहीं दे रहे
आम आदमी पार्टी से अरविन्द केजरीवाल द्वारा भाजपा के खिलाफ आवाज उठाने के संबंध में जेल में डालने को लेकर दिए गए ब्यान के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में विज ने कहा कि केजरीवाल जी ईडी के नोटिस का जवाब हीं नहीं दे रहे, अगर आप पाकसाफ हो तो आपको जवाब देना चाहिए। जिसके मन में चोर हैं, वहीं भागता है।
देश के साधु-संतों निकाला केवल 84 सेकेण्ड का मुहुर्त
अयोध्या के राममंदिर में होने वाली प्राण-प्रतिष्ठा के संबंध में लगाई गई याचिका के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय द्वारा ही आदेश दिया गया है कि राममंदिर का निर्माण करवाया जाए। देश के साधु-संतों और ज्ञाताओं ने ही इस मुहुर्त की तिथि निकाली हैं। मुहुर्त केवल 84 सेकेण्ड का है। इतना ज्ञान हमारे सनातन धर्म में भरा हुआ है कि प्राण-प्रतिष्ठा पर किताब लिखी जा सकती है। अधूरे मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा नहीं की जा सकती के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि देशभर में हजारों मंदिर हैं। जहां प्राण-प्रतिष्ठा हो गई है और मंदिरों में निर्माण कार्य चल रहा है। उन्होंने कहा कि बहुत से लोगों को प्राण-प्रतिष्ठा का ही नहीं पता। उन्होंने कहा कि मूर्ति स्थापित करके प्राण-प्रतिष्ठा हो गई हो तो वह जींवत हो गई और उसके सामने जाकर शीश नवाया जा सकता हैं, इस पर कोई रोक नहीं हैं।