Faridabad आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स ने 26 हजार रुपये न्यूनतम वेतन और स्थायी कर्मचारी बनाने की मांग को लेकर डीसी ऑफिस के बाहर जबरदस्त प्रदर्शन किया। अपनी मांगों को लेकर संघर्षरत वर्कर्स ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर मांगे नहीं मानी गईं तो 11 मार्च को पंचकूला निदेशालय पर बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा।
प्रदर्शन के दौरान यूनियन नेताओं ने कहा कि आंगनवाड़ी कर्मियों को तीसरे और चौथे दर्जे के सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए, ग्रेच्युटी लाभ लागू किए जाएं और फोटो कैप्चर जैसी प्रताड़ना को खत्म किया जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार आईसीडीएस को खत्म करने और वर्कर्स के अधिकारों को दबाने की साजिश कर रही है।

राज्य में 25 हजार आंगनवाड़ी केंद्रों में करीब 47 हजार वर्कर्स और हेल्पर्स काम कर रही हैं, जबकि 6 हजार से अधिक पद खाली पड़े हैं। संगठन की मांग है कि सभी खाली पद भरे जाएं, हेल्पर से वर्कर और वर्कर से सुपरवाइजर की पदोन्नति बिना शर्त की जाए और प्ले वे स्कूल व क्रेच कर्मियों को अतिरिक्त मानदेय दिया जाए।
संगठन ने सरकार को चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर जल्द कोई निर्णय नहीं लिया गया तो वे 11 मार्च को पंचकूला में विभागीय निदेशालय पर बड़ा आंदोलन करेंगे।